अलवर: सेक्सटॉर्शन और साइबर ठगी गैंग के 3 सदस्य गिरफ्तार, ऐसे बनाते थे लोगों को शिकार
Rajasthan Crime News: अलवर में पुलिस ने सेक्सटोर्शन और साइबर ठगी करने वाली गैंग के 3 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इस गैंग ने 30 महीनों में 11 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की है. अलवर की गोविंदगढ़ थाना पुलिस ने पीएनबी बैंक के एटीएम बूथ के पास गैंग के 3 लोगों को दबोच […]
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Rajasthan Crime News: अलवर में पुलिस ने सेक्सटोर्शन और साइबर ठगी करने वाली गैंग के 3 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इस गैंग ने 30 महीनों में 11 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की है. अलवर की गोविंदगढ़ थाना पुलिस ने पीएनबी बैंक के एटीएम बूथ के पास गैंग के 3 लोगों को दबोच लिया जिनके पास से 8 एटीएम कार्ड, 4 मोबाइल, एक स्वाइप मशीन, एक क्रेटा कार और सवा लाख रुपये नगद जब्त हुए हैं.
गौरतलब है कि 11 जनवरी को गश्त के दौरान पुलिस को सूचना मिली कि एक सफेद रंग की क्रेटा गाडी में टैम्परेरी नम्बर डले हुए है. गाड़ी में 3 व्यक्ति बैठे हुए हैं जो जगह-जगह एटीएम मशीनों से विभिन्न बैकों के एटीएम कार्डों से रुपये निकाल रहे हैं. और अब वो लोग गोविन्दगढ कस्बे की एटीएम मशीनों से रुपये निकालने की फिराक में है. जैसे ही पुलिस मौके पर पहुंची तो आरोपी पुलिस को देखकर गाड़ी स्टार्ट कर भागने लगे लेकिन पुलिस ने सबको दबोच लिया. गोविंदगढ़ थानाधिकारी ताराचंद शर्मा ने बताया कि बढ़ते साइबर क्राइम के कारण अलवर पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी की तरफ से एक टीम का गठन किया गया था. इसी के तहत गोविंदगढ़ पुलिस ने एसआई मनोज यादव के नेतृत्व में पीएनबी बैंक के एटीएम के पास तीन ठगों को एटीएम से पैसे निकालते हुए दबोच लिया. थाने लाकर पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो ठगों ने सारा सच उगल दिया.
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वह पिछले 2 से 3 वर्षों में अलग-अलग बैंक खातों में करीब 11 करोड रुपए ऐंठ चुके हैं. ठगी के रुपयों को आसपास के इलाकों के एटीएम से निकाल कर एकत्रित कर लेते हैं और जिनका जितना कमीशन फिक्स है उनको उतना कमीशन दे देते हैं. आरोपियों की पहचान कयूम पुत्र कासम (23 वर्ष), कैफ खां पुत्र जाहुल (20 वर्ष) और जहीर खा पुत्र दिनु खां (19 वर्ष) के रूप में हुई है. सभी आरोपी भरतपुर जिले के जुरहड़ा थाना अंतर्गत सहसन गांव के रहने वाले हैं. गोविंदगढ़ पुलिस ने पकड़े गए तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर 3 दिन का पुलिस रिमांड मांगा है. पुलिस रिमांड के बाद आरोपियों से पूछताछ में अंतर राज्य गैंग के शामिल होने का भी खुलासा हो सकता है.
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आरोपी ऐसे करते थे ठगी
आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह सारा काम धानका के रहने वाले राहुल के लिए करते हैं. वह और उनके सरगना लड़कियों के नाम से फेसबुक या सोशल साइट पर अकाउंट बनाकर लोगों से बातें करना शुरू कर देते हैं और उनको बातों में बहला कर व्हाट्सएप पर न्यूड होकर कॉल करने के लिए प्रेशर बनाते हैं. अपना विश्वास खो चुका व्यक्ति कई बार न्यूड होकर कॉल करने लग जाता है जिसके बाद उसका स्क्रीन रिकॉर्डिंग की सहायता से वीडियो बना लिया जाता है. फिर उस वीडियो को भेज कर उसके एवज में पैसे ऐंठने का काम शुरू हो जाता है. व्यक्ति अपनी लाज बचाने के लिए पैसे दे देते हैं.
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