Alwar: भजनलाल सरकार का अलवर में बड़ा एक्शन, धन्नासेठों के अवैध आलीशान होटल्स पर चला बुलडोजर

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Alwar: अलवर जिले में अतिक्रमण को लेकर जिला प्रशासन अब सख्त होता नजर आ रहा है. जिले में पहली बार सिलीसेढ़ झील से जयसमंद बांध की तरफ जान वाली नहर के रास्ते में बने निर्माण कार्य को प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया है. इन सभी अतिक्रमण को बुलडोजर से तोड़ा गया. जिले में पहली बार इतने बड़े स्तर पर ऐसी कार्रवाई हुई है. इस कार्रवाई के दौरान 6 बुलडोजर और करीब 150 पुलिसकर्मी तैनात रहे. 

स्थानीय लोगों ने कहा की बड़े होटल मालिक को प्रशासन बचाने में लगा है. जबकि प्रशासन में दावा किया कि नहर और बांध के कैचमेंट एरिया में आने वाले सभी होटल व निर्माण को ध्वस्त किया जाएगा. अलवर में हुई है कार्रवाई पूरे राजस्थान में चर्चा का विषय बनी रही. विधानसभा में अतिक्रमण का यह मुद्दा उठा और उसके बाद बुलडोजर चला.

नदी क्षेत्र में बने होटल

अलवर जिले में सिलीसेढ़ और जयसमंद बांध के नदी रास्ते में कई होटल निर्माण कार्य हो रहे है. इस क्षेत्र की खुलेआम वन विभाग, सिंचाई विभाग व प्रशासन के नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं. पहली बार प्रशासन की तरफ से सिंचाई विभाग की जमीन पर हुए अवैध निर्माण को तोड़ा गया. कुल 16 निर्माण को चिन्हित किया गया. जिन पर प्रशासन का बुलडोजर चला. वहीं दूसरी ओर बड़े आलीशान तीन स्टार और पांच स्टार होटल सिलीसेढ़ झील के भराव क्षेत्र में चल रहे हैं. लेकिन प्रशासन का उन पर कोई ध्यान नहीं दिया और छोटे-मोटे निर्माण को तोड़कर प्रशासन अपनी पीठ थपथपा रहा है. स्थानीय लोगों ने इस कार्रवाई का विरोध भी किया. उन्होंने कहा कि बड़े होटल कारोबारी को फायदा पहुंचाया गया है और गरीब किसान व आम आदमी की चारदीवारी तोड़ी गई है.

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2 बड़े होटलों को तोड़ा गया

अलवर में सिलीसेढ़ झील से जयसमंद बांध की ओर बहने वाले नाले के बहाव क्षेत्र के 50 मीटर के अंदर हुए अवैध निर्माण को सिंचाई विभाग ने चिन्हित किया. कुल 16 अवैध अतिक्रमण चिह्नित किए गए. इसमें दो बड़े होटल शामिल है. सिंचाई विभाग की तरफ से इनको नोटिस दिया गया और उसके बाद मंगलवार सुबह से 6 जेसीबी मशीन और 150 पुलिसकर्मी अतिक्रमण तोड़ने के लिए पहुंचे. इस दौरान सिंचाई विभाग, यूआईटी और जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे. दिनभर यह कार्रवाई चली. इस दौरान प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि जब तक कार्रवाई पूरी नहीं होगी. लगातार यह सिलसिला जारी रहेगा. अगर एक दिन में काम नहीं होता है. तो दूसरे दिन फिर से अतिक्रमण हटाने का काम किया जाएगा.

सिलीसेढ़ की पाल पर बनी है बड़ी होटल

सिलीसेढ़ झील की खूबसूरती के चलते हर साल हजारों की संख्या में यहां पर्यटक आते हैं. झील के बराबर क्षेत्र में कई बड़ी होटल बन गए हैं. जो पूरी तरह से अवैध हैं. होटल संचालक प्रतिदिन लाखों रुपए कमा रहे हैं व अधिकारियों की मिली भगत से पूरा खेल चल रहा है. इसलिए आज तक उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. स्थानीय लोगों का कहना है कि  बड़े होटल कारोबारी को बचाने के चक्कर में प्रशासन में ग्रामीण व छोटे लोगों की जमीनों की चार दिवारीयों को तोड़ा है. जबकि जिन होटलों से सिलीसेढ़ झील को नुकसान है. साथ ही सिलीसेढ़ से जयसमंद की तरफ जाने वाले नाले पर बनी हुई होटल पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.

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बड़े होटलों को बचाने में लगा है प्रशासन

इस क्षेत्र में कई बड़े नामी होटल है. जिनको बचाने में अलवर प्रशासन लगा हुआ है. क्योंकि वो होटल संचालक प्रशासन की हमेशा खातेदारी में रहते हैं व अधिकारियों की सेवा करते हैं. इसलिए बड़े होटलों को केवल नोटिस दिया गया है. अभी तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
 

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