Nagaur news: नागौर में बीजेपी युवा मोर्चा के 12 पदाधिकारियों ने पार्टी से नाराज होकर सामूहिक इस्तीफा दे दिया. जिसके बाद बीजेपी नेताओं में खलबली से मच गई. वहीं यह इस्तीफा पूरे शहर में चर्चा का विषय बना रहा. दरअसल, मेड़ता शहर मंडल के भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के बीच आपसी मतभेद के चलते 12 पदाधिकारियों ने मंगलवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को सामूहिक इस्तीफा भेजकर नाराजगी जाहिर की. यह नाराजगी मोतीलाल नागौर को मंडल अध्यक्ष जाने पर होने की जानकारी मिली है.
इस्तीफा पत्र में मेड़ता मंडल के सभी पदाधिकारियों ने सामूहिक इस्तीफा प्रदेश अध्यक्ष को भेजकर अपनी नाराजगी जाहिर की. पत्र में लिखा कि जिला अध्यक्ष मोहन राम चौधरी की ओर से हठधर्मिता रखते हुए मेड़ता शहर के वरिष्ठ एवं सक्रिय कार्यकर्ताओं की अनदेखी की गई. बिना किसी से चर्चा किए शहर मंडल में पद की नियुक्तियां दी गई.
युवा मोर्चा मंडल महामंत्री रणजीत वैष्णव ने बताया कि जिला अध्यक्ष द्वारा इस प्रकार की नियुक्ति के बाद से पार्टी के कई पदाधिकारियों की अनदेखी करने से रोष व्याप्त था. ऐसे में आज पार्टी के आधा दर्जन के करीब अधिकारियों ने इस्तीफा दिया है. आपको बता दें कि इन 12 पदाधिकारियों में से 8 पदाधिकारियों ने इस्तीफा देने की बात स्वीकार की है. जबकि कुछ पदाधिकारी इस बारे में कल बयान देने की बात कही है.
इन अधिकारियों ने सौंपा इस्तीफा
भाजपा युवा मोर्चा मंडल महामंत्री रणजीत वैष्णव, युवा मोर्चा मंडल उपाध्यक्ष महेश सेन, युवा मोर्चा मंडल कोषाध्यक्ष दिलीप सोनी, ओबीसी मोर्चा मंडल उपाध्यक्ष सरवन पुरी, युवा मोर्चा कार्यकारिणी सदस्य ईश्वर, किसान मोर्चा कोषाध्यक्ष रामानंद शर्मा, उपाध्यक्ष सुखाराम भाटी, ओबीसी मोर्चा मंडल महामंत्री दीपक बोराणा, किसान मोर्चा महामंत्री रामेश्वर लुणाइच, ओबीसी मोर्चा उपाध्यक्ष रामकुमार जांगिड़, सोशल मीडिया मंडल सह संयोजक दिलीप सिंह भाटी, सोशल मीडिया मंडल सह संयोजक अभिषेक बतावा ने इस्तीफा सौंपा है.