Pali News: राज्य सरकार ने अपने चार वर्षों की उपलब्धियों का जश्न मना रही है. वहीं दूसरी और सरकारी स्कूल में घटिया स्तर का पोषाहार दिए जाने का मामला सामने आया है. पाली जिले के सुमेरपुर विधानसभा के बुधवाड़ा गांव की प्राथमिक स्कूल में नियमित रूप से निम्न स्तर का पोषाहर दिया जा रहा है. बार-बार शिकायत करने पर भी पोषाहार बनाने वाले NGO ने खाने में कोई सुधार नहीं किया गया. पाली के गुंदोज में मौजूद यह NGO आसपास की करीब पचास स्कूलों में पोषाहार तैयार कर भेजता है. इसी के चलते बच्चों को खराब और ठंडा खाना दिया जा रहा है.
ग्रामीणों का आरोप है कि पोषाहार बनाने वाला युवक कांग्रेस से जुड़ा हुआ है और यह अकेला ही पचास गांवों के सरकारी स्कूलों में नियमित रूप से पोषाहार बनाकर भेजता है, जिस वजह से बच्चों का ठंडा खाना मिलता है. उसकी गुणवत्ता में भी कमी दिखाई देती है. ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा, कि एक व्यक्ति के द्वारा इतने गांवों के स्कूल में पोषाहार भेजना सामान्य तौर पर असंभव है, लेकिन सरकार ने ऐसे टेंडर अपने लोगों को देने से निम्न स्तर का भोजन आने पर स्कूल प्रबंधक से SDM शिकायत कर चुके हैं, जांच के बाद अधिकारियों ने ऐसे पोषाहार को बच्चों ने देने की भी बात कही है.
ग्रामीणों के अनुसार सरकार जो पौष्टिक भोजन देने का प्रयास करती है, वह बीच के ठेकेदार ही खा जाते हैं. ऐसे में स्कूली बच्चों को कच्ची रोटियां खानी पड़ती है, जिससे वह बीमार पड़ सकते हैं. वहीं स्कूल के प्रिंसिपल जसाराम का कहना है कि आज खाना खराब आया है, इसकी फोन कर शिकायत कर दी है, उन्होंने खाने में सुधार का आश्वासन दिया है.
प्रधानाध्यापक ने कहा कि शिकायत के बाद एसडीएम भी यहां पहुंचे थे, उन्होंने उचित कार्रवाई के लिए बोला है. हमने सहायता समूह से खाना नहीं मंगवाने का फैसला किया है. ग्रामीणों ने खाने के बारे कहा कि इस खाने को कोई कुत्ता भी नहीं खा सकता है. और यह खाना बच्चों को दिया जा रहा है. इस खाने से बच्चे बीमार हो गए हैं. उन्होंने कहा कि एसडीएम साहब ने भी खाने को बेकार बताया.
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