Sikar news: सीकर में लोगों पर नए साल के जश्न का रंग जमकर चढ़ा. पुरी दुनिया में लोग खास अंदाज में जश्न मनाते हैं. लेकिन शेखावाटी में अलग ही रंग देखने को मिला. यहां लोगों ने शेखावाटी का प्रसिद्ध चंग ढप की थाप पर ताल सा ताल मिलाई. लोगों ने देर रात तक डांस किया और रात 12 बजते ही साल 2023 का स्वागत किया. निश्चलनाथ जी महाराज ने कहा कि हजारों युवा नए सल मनाने होटल में जा शराब पीते हैं. अपनी संस्कृतिक से दुर हो रहे हैं. लेकिन यहां से जो जाएगा नई उर्जा लेकर जाएगा. युवा मजबूत होगा तो देश मजबूत होगा. युवा ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन कर संस्कृति को बचा सकते हैं.
दरअसल, शेखावाटी में जगह-जगह फागोउत्सव की धूम मच जाती है. चंग ओर ढप की थाप, बांसूरी की धून में क्या बच्चे, क्या बुढ़े, क्या युवा हर कोई इसे सुनने के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुचतें हैं. जश्न में देश भर से जुटे नाथ सम्रदाय के सतों ने भी शिरकत की. इस दौरान सीकर ठेठ राजस्थानी संस्कृति में रंगा नजर आया.
बांसूरी व चंग की थाप पर पहली बार जब देश भक्ति गीत
संदेशे आते हैं, हमें तड़पाते हैं, कि चिट्ठी आई है…, जहां डाल-डाल पर सोने की चिड़िया करती है बसेरा…, धरती सुनहरी अंबर नीला ऐसा देश है मेरा सहित कई देश भक्ति गीतों से समां बंध गया. शिव मण्डली की प्रस्तुति से तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा पंडाल गूंज उठा. कार्यक्रम में पुरुषों के साथ ही साथ महिलाएं व बच्चे भी मौजूद थे. ऐसा ही नजारा शनिवार रात फतेहपुर शेखावाटी के चुवास गांव में चल रहे फागोत्सव में देखा गया. जिसमें बड़ी संख्या मे लोगों ने शिरकत की. लोक गायक पकंज हरितवाल ने आओ गजानंद पावणिया गाकर शुरुआत की. फागोत्सव में शिव पार्टी लक्ष्मणगढ़ सहित लोक कलाकारों ने विविध फाल्गुनी नृत्य, मेहरी नृत्य पेश किया.