Rajasthan News: जिन खदानों के पत्थर से बना राम मंदिर, उन्हीं माइंस पर लग गई करोड़ों रुपए की पैनल्टी
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए राजस्थान के पत्थरों को चुना गया था. भरतपुर जिले के रुदावल क्षेत्र से पिछले कई वर्षों से मंदिर निर्माण के लिए पत्थर की सप्लाई की जा रही है.
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अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए राजस्थान के पत्थरों को चुना गया था. भरतपुर जिले के रुदावल क्षेत्र से पिछले कई वर्षों से मंदिर निर्माण के लिए पत्थर की सप्लाई की जा रही है. लेकिन इस क्षेत्र के कई लीज धारकों पर करोड़ो रुपए की पेनल्टी लगा दी गई है. यह पेनल्टी नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की ओर से लगाई गई है, जिसके पीछे वजह है सिलिकोसिस बीमारी. दरअसल, इस पूरे इलाके को वन क्षेत्र घोषित किया गया था. लेकिन 4 साल पहले सरकार की ओर से करीब 2000 हेक्टर वाले बंशी पहाड़पुर का 445 हेक्टर क्षेत्र खनन के लिए लीज आवंटित कर दी थी. जहां करीब 45 लीज खनन के लिए संचालित है.
लेकिन खनन करने वाले लीजधारक गाइडलाइन की पालना नहीं कर रहे हैं. जिसके बाद नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने करोड़ों रूपए की पेनल्टी लगाईं है. क्योकि यहां वायु प्रदूषण होने से हजारों लोग सिलिकोसिस बीमारी से पीड़ित हो चुके हैं.
इससे पहले मामला सामने आने पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने जांच की थी. कमिटी की जांच रिपोर्ट के बाद खनन कार्य कर रहे लीज धारकों को नियमों के उल्लंघन के लिए दोषी पाया गया. रिपोर्ट के मुताबिक ना तो ये नियमों की पालना नहीं कर रहे हैं और ना ही एरिया में पानी का छिड़काव करते हैं.
धड़ल्ले से चल रहा है अवैध खनन
तथ्य यह भी है कि यह लीगन माइनिंग के अलावा कई अवैध खनन भी धड़ल्ले से संचालित हो रहा है. जिससे प्राकृतिक सम्पदा नष्ट हो रही है. खुलेआम हो रहे इस अवैध कार्य पर ना तो प्रशासन और ना ही खान विभाग का ध्यान गया है. ऐसे में अब एनजीटी ने एक्शन लिया है. अवैध खनन के अलावा यहां अवैध रूप से रॉयल्टी वसूली जा रही है. साथ ही बंशी पहाड़पुर ही नहीं, बल्कि कुछ ही दूरी पर स्थित रूपवास इलाके में भी अवैध खनन के साथ अवैध रॉयल्टी बसूली का धंधा जोर शोर से चल रहा है.
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