Tonk News: टोंक में रेल कनेक्टिविटी को लेकर प्रभारी मंत्री शाले मोहम्मद ने सांसद सुखबीर सिंह जोनापुरिया पर तंज कसा. उन्हें नसीहत देते हुए कहा कि हवाई तीर चलाने की जगह सांसद को लोकसभा में धरना देना चाहिए. सिर्फ बयान जारी करने से टोंक को रेल नहीं मिल जाएगी. प्रभारी मंत्री ने कहा कि सांसद की बात पीएम और रेलमंत्री सुनते ही नहीं हैं. मौका था कांग्रेस सरकार के चार वर्ष के कार्यकाल पूरे होने पर कार्यक्रम का. जिसे प्रभारी मंत्री संबोधित कर रहे थे. उन्होंने राज्य सरकार के काम को बेमिसाल बताते हुए कहा है कि आज उसकी चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना और प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों के लिए लागू की गई ओल्ड पेंशन स्कीम पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई है.
मंत्री शाले मोहम्मद ने राज्य सरकार से कोई भी तबका नाराज नहीं है. ऐसे में भाजपा का आगामी विधानसभा चुनावों में जीत का दावा महज ख्याली पुलाव जैसा ही है. जिला मुख्यालय को रेलमार्ग से जोड़े जाने को लेकर शाले मोहम्मद ने कहा कि रेल पूरी तरह से केंद्र का विषय है. ऐसे में सांसद गाहे-बगाहे बयान जारी कर इसे राजस्थान सरकार का मामला बता अपनी नाकामी छिपाते रहे हैं.
मंत्री शाले मोहम्मद ने सांसद जौनापुरिया को नसीहत देते हुए कहा कि वे अपनी जेब से इस योजना के लिये 500 करोड़ रूपए दिये जाने की झूठी बयानबाजी को छोड़ या तो संसद में धरना दें. पीएम और रेलमंत्री से मुलाकात कर यह बताए कि आज उनकी अपने क्षेत्र में किरकिरी हो रही है. मंत्री शाले मोहम्मद ने चुटकी लेते हुए कहा कि पीएम और रेल मंत्री दोनों ही उनकी बातें सुनते नहीं है. शाले मोहम्मद मे कहा कि केंद्र सरकार की कथनी व करनी में बहुत फर्क है. इसका जीता जागता उदाहरण ईस्ट राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट है.