सरपंच की मौत के बाद बेटों ने सरकारी स्कूल के लिए दिया दान, पिता की याद में किया ये काम, जानें

Fatehpur News: गांव के एक सरपंच के निधन के बाद उनके बेटों ने लाखों रुपए की लागत से स्कूल का मुख्य द्वार बनवा दिया. गांव के सरपंच की मौत के बाद बेटों ने स्कूल में विभिन्न काम भी करवाए. जिससे इस सरकारी स्कूल की पूरी सूरत ही बदल गई. परिवार के इस काम के चलते […]

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Fatehpur News: गांव के एक सरपंच के निधन के बाद उनके बेटों ने लाखों रुपए की लागत से स्कूल का मुख्य द्वार बनवा दिया. गांव के सरपंच की मौत के बाद बेटों ने स्कूल में विभिन्न काम भी करवाए. जिससे इस सरकारी स्कूल की पूरी सूरत ही बदल गई. परिवार के इस काम के चलते माण्डेला पंचायत में खुड़ी की राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय मे रविवार को वार्षिक उत्सव और भामाशाह सम्मान समारोह में किया गया. जिसमें सरपंच दुल्लाराम थोरी की याद मे मुख्य द्वार का लोकार्पण किया गया. जिसमें विधायक हाकम अली खां, सरंपच दुल्लाराम थोरी की पत्नी और पूर्व सरपंच भंवरी देवी, उप प्रधान प्रभुसिंह कारंगा आदि मौजूद रहे.

स्कूल के लिए पूर्व विद्यार्थी और ग्रामीणों ने भी 15 लाख रुपए इकठ्ठे किए. जिससें सरकारी स्कूल की सूरत ही बदल गई. स्कूल में छत, वाटरप्रुफ, रंग रोगन सहित अन्य कार्य भी किए गए. विधायक हॉकम अली खां ने ग्रामीण भामाशाहों का सम्मान किया.

स्कूल के प्रिंसिपल कमलेश ने कहा कि ग्रामीण भामाशाह ने स्कूल की जरूरतों को पूरा किया गया. उन्होंने बताया कि ग्रामीण भामाशाह की तरफ से लगातार स्कूल की जरूरतों की तरफ ध्यान देते रहे हैं. वहीं, भामाशाहों का भी आभार जताया. विधायक हाकम अली खां ने स्कूल के लिए 10 लाख रुपए दो कमरों के लिए और 2 लाख रुपए फर्नीचर के लिए घोषणा की.

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