अलवर: सरिस्का टाइगर रिजर्व में लगी आग, करीब आधा किलोमीटर जंगल जलकर हुआ खाक
Alwar: अलवर जिले के सरिस्का बाघ अभ्यारण के अकबरपुर रेंज के नटनी का बारा के पहाड़ में आग धड़क उठी. सरिस्का के कर्मचारियों ने ग्रामीणों के सहयोग से करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद में आग पर काबू पाया. आग लगने की घटना की जांच की जाएगी. आग की वजह से करीब आधा किलोमीटर क्षेत्र […]
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Alwar: अलवर जिले के सरिस्का बाघ अभ्यारण के अकबरपुर रेंज के नटनी का बारा के पहाड़ में आग धड़क उठी. सरिस्का के कर्मचारियों ने ग्रामीणों के सहयोग से करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद में आग पर काबू पाया. आग लगने की घटना की जांच की जाएगी. आग की वजह से करीब आधा किलोमीटर क्षेत्र का जंगल जलकर राख हो गया.
सरिस्का बाघ परियोजना की अकबरपुर रेंज के नटनी का बारा समीप पहाड़ों के जंगल में आग लगने से वन विभाग कर्मचारियों में हलचल मच गई. जहां नटनी का बारा के ऊपर पहाड़ों में करीब 2 बजे आग लगने की घटना से ग्रामीण एकत्रित हो गए. जिसमें वन विभाग को सूचना देने के बाद मौके पर सरिस्का के सीसीएफ एनआर मीणा व डीएफओ डीपी जागावत और वन्य अधिकारी और कर्मचारियों ने पहुंचकर ग्रामीणों की मदद से आग बुझाने के प्रयास में लगे रहे. सूचना पाकर अलवर से एडीएम एसडीएम प्रशासन मौके पर पहुंचा. जहां मालाखेड़ा थानास अकबरपुर थाना और थानागाजी थाना के पुलिस जाब्ता मौजूद रहा.
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जानकारी के अनुसार माधोगढ़ ग्रामीणों ने आग लगने की सूचना तुरंत वन विभाग को दी. वहीं प्रशासन भी मौके पर पहुंचा और अकबरपुर थाना पुलिस भी पहुंची जिसमें दो दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंची लेकिन पहाड़ों में ऊपर आग लगने की वजह से ऊपर नहीं पहुंच पाई जिसमें धर्मपुरा गांव के लोगों ने नीचे से पानी भरकर ऊपर पहुंचाया. वहीं वन विभाग के कर्मचारी अपने साथ आग को बुझाने के लिए गैस सिलेंडर ले गए और आग बुझाने की मशक्कत में लगे रहे, जिसमें आग आगे तक नहीं फैले उसके लिए आग के आगे से जंगल में फायर लाइन बनाने में जुट गए.
वहीं ग्रामीणों ने भी पेड़ों से हरी टहनियां पेड़ों से तोड़कर आग को बुझाने में मदद की. इसमें लगभग सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण एवं वन विभाग कर्मचारी जुटे रहे. लगभग 2 घंटे बाद ग्रामीणों व वन कर्मचारियों के सहयोग से आग पर काबू पाया. सरिस्का सीसीएफआर एन मीणा ने बताया कि सरिस्का जंगल में आग लगने की जांच की जाएगी. जिसमें शायद ऊपर ग्वाल हो सकते हैं लेकिन आग पर काबू पा लिया है. 500 मीटर का जंगल जल गया, जिसमें ग्रामीणों का मुख्य सहयोग रहा है.
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