Jodhpur News: जोधपुर के आसपास के इलाकों में बरसों से भारतीय नागरिकता का इंतजार कर रहे पाक विस्थापितों में 140 भाग्यशाली थे, जिनको बुधवार को जिला प्रशासन ने नागरिकता प्रदान कर दी. नागरिकता मिलने वाले परिवार बेहद खुश हैं. इनका कहना है कि अब हम भारतीय हो गए हैं. सभी योजनाओं का लाभ मिलेगा, साथ ही हम मुख्य धारा से जुड़ सकेंगे.
बता दें कि नागरिकता उन लोगों को दी गई है जिन्होंने ऑनलाइन आवेदन किए थे. हालांकि अभी भी बड़ी संख्या में लोग नागरिकता के अभाव में परेशान है. पाक विस्थापितों के काम करने वाले ‘सीमांत लोक संगठन’ के हिंदूसिंह सोढ़ा का कहना है कि यहां कैंप नहीं है. हम चाहते हैं अब कैंप लगाकर नागरिकता दी जाए. गृह मंत्रालय ने अधिकार भी कलेक्टर्स को दे दिए हैं. जोधपुर से कैंप लगने की शुरूआत होनी चाहिए, जिससे लोगों को राहत मिल सके.
जोधपुर एडीएम प्रथम भास्कर विश्नोई का कहना है कि आज नागरिकता के साथ ही यह लोग सरकार की योजनाओं के लाभार्थी बनने की पात्रता हासिल कर चुके है. ऐसे में इनको यह जानकारी भी उपलब्ध करवाई गई है. विश्नोई ने बताया कि नागरिकता उन्हें दी गई है. जिन्होंने ऑनलाइन आवेदन किए थे. जिसके के बाद गृहमंत्रालय एवं राजस्थान के गृह विभाग के निर्देश पर सूची बनाकर नागरिकता दी गई है.
उल्लेखनीय है कि जोधपुर व पश्चिमी राजस्थान में बीस हजार से ज्यादा लोगों को नागरिकता का इंतजार है. यह संख्या बढ़ रही है. कोरोना के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तानी हिंदुओं को वीजा देना शुरू कर दिया है. जिसके चलते लोग वाघा बॉर्डर के रास्ते भारत आ रहे हैं. ऐसे में जल्द नागरिकता के लिए बड़े कैंप की आवश्यकता है, जिसकी मांग सभी कर रहे हैं.
कंटेंट: अशोक शर्मा