Bharat Jodo Yatra in Rajasthan: राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश के बाद राजस्थान में 4 दिसंबर को झालावाड़ जिले के झालरापाटन विधानसभा में प्रवेश करेगी. ये यात्रा प्रदेश के कुल 6 जिलों की 17 विधानसभाओं को कवर करेगी. अलवर, कोटा और दौसा जिले में यात्रा सबसे ज्यादा विधानसभा सीटों को कवर करेगी. यहां जानिए यात्रा की पूरी डिटेल और उसके पीछे के समीकरण को.
भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश के मालवा जिले के आगर से बढ़ते हुए राजस्थान में प्रवेश करेगी. यात्रा की 4 दिसंबर को राजस्थान में एंट्री होगी. 4 दिसंबर (रविवार) को झालावाड़ जिले के झालरापाटना विधानसभा में चवली चौराहा पर यात्रा का रात्रि विश्राम होगा. फिर भारत जोड़ो यात्रा 5 दिसंबर को चवली चौराहा से चलकर 21 दिसंबर तक 6 जिलों का सफर तय करेगी.
यहां जानिए यात्रा की पूरी डिटेल
झालावाड़ जिला
राजस्थान में 5 दिसंबर को सुबह चवली चौराहा से 2.2 किमी का सफर तय कर यात्रा सुबह 6 बजे झालरापाटन के काली तलाई से आधिकारिक रूप से शुरू होगी.


कोटा जिला
भारत जोड़ो यात्रा झालरापाटन के देवरी घाटा से लंच के बाद कोटा जिले में प्रवेश करेगी. 8 दिसंबर को कोटा में यात्रा विश्राम दिवस होगा.
बूंदी जिला
9 दिसंबर को भारत जोड़ो यात्रा बूंदी जिले में प्रवेश करेगी. यहां केशोराय पाटन विधानसभा इलाके में रात्रि विश्राम करने के बाद 10 दिसंबर से यात्रा की शुरूआत होगी.
सवाई माधोपुर जिला
12 दिसंबर को सुबह 10 बजे यात्रा सवाई माधोपुर जिले के खंडार विधानसभा में पहुंचेगी.
दौसा जिला
14 दिसंबर को साढ़े 6 बजे यात्रा दौसा जिले के लालसोट विधानसभा में प्रवेश करेगी. 16 दिसंबर को दौसा में यात्रा का विश्राम दिवस होगा.
अलवर जिला
19 दिसंबर को यात्रा सुबह 10 बजे अलवर के राजगढ़ विधानसभा में पहुंचेगी. 21 दिसंबर को यात्रा राजस्थान हरियाणा बॉर्डर पर पहुंचेगी और वहां से हरियाणा के लिए प्रस्थान करेगी.
यहां पढ़िए यात्रा का राजनैतिक समीकरण
झालावाड़: यात्रा की शुरू झालावाड़ जिले से होगी. यहां केवल झालरापाटन विधानसभा कवर करेगी जहां बीजेपी की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का दबदबा माना जाता है. इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है. साल 2003 के विधानसभा चुनाव के बाद यहां के लोगों ने कभी कांग्रेस की दोबारा वापसी नहीं होने दिया. इस सीट पर लगातार 3 बार वसुंधरा राजे ने जीत दर्ज की है. ये क्षेत्र गुर्जर-मीणा बाहुल्य है.
कोटा: यहां रामगंज मंडी, लाडपुरा, कोटा उत्तर और कोटा दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में भारत जोड़ो यात्रा गुजरेगी. रामगंज मंडी विधानसभा में वर्ष 2003 के बाद कांग्रेस और भाजपा अल्टरनेटिव सिस्टम में जीतते रहे हैं. फिलहाल ये सीट बीजेपी के कब्जे में है. लाडपुरा में वर्ष 2003 से भाजपा का कब्जा है जो अभी तक बना हुआ है. कोटा उत्तर में वर्ष 1998 से अल्टरनेटिव सिस्टम में कांग्रेस और बीजेपी जीत रहे हैं.फिलहाल इसपर कांग्रेस का कब्जा है. वहीं कोटा दक्षिण में वर्ष 1993 के बाद कांग्रेस के हाथ से ये सीट ऐसी निकली कि अभी तक वो इसपर जीत नहीं पाई है. इन सीटों ये सीट भी गुर्जर-मीणा बाहुल्य है.
इन 4 जिलों की सीटों पर सचिन पायलट का प्रभाव
पूरी यात्रा की बात करें तो 6 जिलों में से 4 जिले बूंदी, सवाईमाधोपुर, दौसा और अलवर पर सचिन पायलट का प्रभाव माना जाता है. माना जा रहा था कि पायलट विरोधी गुट यात्रा के रूट को चेंज करने की खातिर कोशिशें कर रहा था. बूंदी जिले के केशोरायपाटन से ये यात्रा गुजरेगी. इस सीट पर फिलहाल बीजेपी का कब्जा है. सवाई माधोपुर जिले में सवाईमाधोपुर, खंडार और बामनवास विधानसभाओं से ये यात्रा गुजरेगी. इसमें ये तीनों सीटें कांग्रेस के पास हैं. दौसा जिले के लालसोट, दौसा, सिकराय और बांदीकुई विधानसभाओं से होकर यात्रा गुजरेगी. लालसोट, दौसा और सिकराय में फिलहाल कांग्रेस का कब्जा है इन सीटों पर पायलट का प्रभाव है. अलवर जिले में 4 विधानसभाओं में भारत जोड़ो यात्रा जाएगी. इसमें राजगढ़-लक्ष्मणगढ़, अलवर ग्रामीण, अलवर और रामगढ़ विधानसभा में यात्रा के वेलकम की तैयारी है. इसमें राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ व अलवर ग्रामीण में कांग्रेस, अलवर में बीजेपी और रामगढ़ में कांग्रेस का कब्जा है.
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