Dholpur News: राजस्थान के उदयपुर के ओढा रेलवे ब्रिज पर हुए ब्लास्ट के बाद घटनास्थल से 70 किलोमीटर दूर आसपुर में मिले विस्फोटक की पहचान हो गई है. नदी में मिले विस्फोटक को धौलपुर की राजस्थान एक्सप्लोसिव एंड केमिकल लिमिटेड फैक्ट्री से बनाकर अजमेर के लिए भेजा गया था.
आसपुर में विस्फोटक के तार धौलपुर से जुड़ने के बाद टीम ने आरईसीएल फैक्ट्री पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल कर सबूत एकत्रित किए हैं.आसपुर में मिले विस्फोटक को लेकर फैक्ट्री के एचआर प्रबंधक वीएन श्रीवास्तव ने बताया कि 23 मार्च को फैक्ट्री से अजमेर की कृष्णा सेल्स निजामपुरा मैगजीन को एक ट्रक से कुल 15 टन विस्फोटक भेजा गया था.
मैगजीन के मालिक भीलवाड़ा के गुलाबपुरा निवासी राजेंद्र कुमार बहती की डिमांड पर एक ट्रक में अजमेर माल भेजने के बाद डाटा को स्टोर किया गया था. श्रीवास्तव ने बताया कि आसपुर नदी में मिले विस्फोटक को अजमेर की मैगजीन से सप्लाई किया गया है. जिसकी जानकारी जांच एजेंसियों को दे दी गई है.
फैक्ट्री से बने जिलेटिन की छड़ों पर होता है बारकोड
नदी में जिलेटिन की छड़ें मिलने को लेकर फैक्ट्री प्रबंधन ने बताया कि धौलपुर की सभी छड़ों पर बारकोड लगाया गया है. जिससे उनकी पहचान हुई है.फैक्ट्री प्रबंधन के मुताबिक जो भी जांच एजेंसिया फैक्ट्री आ रही हैं, उनको सम्बंधित फर्मो को भेजे गए माल की जानकारी दी जा रही है.
बता दें कि राजस्थान एक्सप्लोसिव एंड केमिकल लिमिटेड फैक्ट्री का विवादों से हमेशा चोली दामन का साथ रहा है. साल 2010 में भी 61 ट्रक डेटोनेटर के गायब होने का मामला सामने आया था.सूरत में हुए बम धमाको में डेटोनेटर मिलने के भी आरोप लगे थे,जिसके बाद फैक्ट्री को सील कर दिया गया था.
कंटेंट: उमेश मिश्रा