RPSC Senior Teacher Grade 2 Paper leak: राजस्थान में सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा-2022 के पेपर लीक मामले में नित नए खुलासे हो रहे हैं. इस मामले में बस में एग्जाम से पहले पेपर की प्रैक्टिस कर रहे अभ्यर्थियों में से अधिकांश के फैमिली मेंबर सरकारी नौकरी में हैं या अच्छे बैकग्राउंड से हैं. पता करने पर ये बात सामने आई कि इनमें से कई युवक-युवतियों के पिता ठेकेदार हैं या उनका खुद का स्कूल है.
पिछले 2 साल में करीब 17 भर्तियों के पेपर आउट हो चुके हैं. राजस्थान तक की टीम ने मामले की पड़ताल की तो चौंकाने वाले फैक्ट सामने आए. इन सब में दो चीज कॉमन थी. एक कोचिंग सेंटर से लेकर सरकारी कर्मचारी का आपस में कनेक्शन.
पकड़े गए अभ्यर्थियों का फैमिली कनेक्शन
उदयपुर से नकल करते हुए पकड़े गए 30 से ज्यादा अभ्यर्थियों के मां-बाप या भाई-बहन सरकारी नौकरी में हैं. बेकरिया थाना पुलिस ने जिन्हें पकड़ा है उनमें जयश्री पुत्री बाबूलाल बिश्नोई सांचौर जिले की रहने वाली है. इनके पिता भी सरकारी शिक्षक हैं. सुनील कुमार के पिता जाला राम बिश्नोई अध्यापक हैं. महेंद्र कुमार पुत्र पोसाराम प्रजापत को पुलिस ने पकड़ा है. यह तिलक रोड कुमारो का बास जिला जालौर का रहने वाला है. इनके पिता पोसाराम प्रजापति निजी बैंक में कर्मचारी हैं. सुरेश बिश्नोई के पिता रामलाल सरकारी अध्यापक हैं और सुरता की ढाणी साकर के रहने वाले हैं. प्रकाश बिश्नोई के पिता वरदाराम अध्यापक हैं और दाता सांचौर के रहने वाले हैं.
तीसरा मास्टर माइंड MBBS का छात्र
तीसरा मास्टर माइंड भजनलाल बिश्नोई थर्ड ईयर एमबीबीएस का स्टूडेंट है और सांचौर का रहने वाला. नकल गैंग का भूपेंद्र विश्नोई खुद भी रेलवे में ASI के पद पर फर्जी तरीके से भर्ती हुआ था. बाद में रेलवे से उसे निलंबित कर दिया गया था. उमंग कोचिंग इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर सुरेश ढाका ने अपने साले सुरेश बिश्नोई को व्हाट्सएप पर पेपर भेजा था. सुरेश ढाका जयपुर में लग्जरी लाइफ जीता है. महंगी गाड़ियों में घूमता है. सुरेश राजस्थान के कई मंत्रियों के सोशल मीडिया पेज भी हैंडल करता है, क्योंकि उसकी सोशल मीडिया पर काफी अच्छी पकड़ है. खुद सुरेश के पेज पर भी 15 लाख फॉलोअर्स हैं. सुरेश पहले भी मनी लॉन्ड्रिंग और पेपर लीक मामले में जेल जा चुका है. एसओजी ने इसके घर पर पहुंच कर पूछताछ भी की है.
सुखेर में होटल से पकड़े गए 10 लोग, इनमें 2 अभ्यर्थी
पुलिस ने सुरेश विश्नोई से पूछताछ की तो पता लगा कि उदयपुर के सुखेर में भी एक होटल में कुछ अभ्यर्थियों को पेपर हल कराने की तैयारी करवा रहे थे. पुलिस होटल में पहुंची तो अलग-अलग कमरे में कैंडिडेट मिले. पुलिस ने हल करवाने वाले मंगलाराम पुत्र भाखरा राम विश्नोई निवासी हेमागुड़ा, गोपाल पुत्र पुनाराम विश्नोई निवासी बनाड़ रोड जोधपुर, पुखराज पुत्र रघुनाथ निवासी हेमागुड़ा झाभ को पकड़ा है. पुखराज भी माध्यमिक स्कूल में एलडीसी के पद पर है. पुलिस ने डमी कैंडिडेट भागीरथ पुत्र पुनाराम को पकड़ा है यह सिरोही में साइंस का सेकंड ग्रेड टीचर है.
मास्टर माइंड सुरेश ने ले रखी थी प्लेसमेंट की 100 फीसदी गारंटी
लीक किए गए पेपर के लिए सबसे ज्यादा कैंडिडेट मास्टरमाइंड सुरेश ने तैयार किए थे. आरोपी ने इनसे 10 लाख रुपए में पेपर की डील की थी और नौकरी लगवाने की 100 फीसदी की गारंटी दी थी. अभ्यर्थियों के पास जो प्रश्नपत्र की नकल मिली है उसमें 80 सवाल मैच हुए हैं. सबूत मिला है कि नकल गैंग के पास ओरिजिनल पेपर भी था.
कंटेंट: महेंद्र बंसरोता