राजस्थान में रेजिडेंट डॉक्टर्स काम पर लौटे, इन शर्तों पर बनी सहमति, चिकित्सा मंत्री बोले- चिकित्सकों की सुरक्षा मजबूत करेंगे

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Rajasthan: कोलकाता रेजीडेंट डॉक्टर केस को लेकर कार्य बहिष्कार कर रहे रेजीडेंट डॉक्टर बुधवार शाम आपातकालीन एवं आईसीयू सेवाओं में वापस काम पर लौट आए. रेजीडेंट चिकित्सकों का प्रतिनिधिमण्डल ने बुधवार को शासन सचिवालय में चिकित्सा मंत्री से मुलाकात की और अपनी समस्याओं से अवगत कराया. 

चिकित्सा मंत्री ने रेजीडेंट चिकित्सकों से कहा कि वे मानव सेवा से जुड़े चिकित्सकीय पेशे का का सम्मान रखते हुए काम पर लौटें. राज्य सरकार उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए समुचित कदम उठाएगी. उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में चिकित्सकों की विभिन्न समस्याओं एवं मांगों को लेकर सकारात्मक सोच के साथ निर्णय लिए गए हैं. आगे भी उनके हितों का पूरा ध्यान रखा जाएगा.

चिकित्सा मंत्री ने कहा राज्य सरकार प्रदेश में चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. चिकित्सा मंत्री के साथ सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई वार्ता एवं सकारात्मक आश्वासन के बाद रेजीडेंट चिकित्सकों ने आईसीयू एवं आपातकालीन इकाई में सेवाएं देने पर सहमति दी. 

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SMS पुलिस चौकी पर सुरक्षा बल बढ़ेगा

राजस्थान सरकार ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण घोषणा की है, जिससे राज्य के डॉक्टर्स को विशेष सुरक्षा प्रदान की जाएगी. मंत्री खींवसर ने बताया कि रेजिडेंट्स डॉक्टर्स की सुरक्षा के लिए 30 बॉडीगार्ड्स तैनात किए जाएंगे. इसके साथ ही जयपुर स्थित एसएमएस पुलिस चौकी की सुरक्षा क्षमता को भी बढ़ाने का निर्णय लिया गया है.

मंत्री खींवसर ने इस मौके पर कहा, "मेरे ख्याल में राजस्थान ऐसा पहला राज्य होगा, जहां डॉक्टरों के लिए ये व्यवस्था की जाएगी." उन्होंने बताया कि डॉक्टर्स की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कॉलेज स्तर पर एक कमेटी भी बनाई जाएगी. इस कमेटी का काम होगा कि किसी भी सुरक्षा संबंधित मुद्दों को प्राथमिकता से निपटाया जाए.

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कमेटी को दिए आवश्यक निर्देश

चिकित्सा शिक्षा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने बताया कि रेजीडेंट चिकित्सकों की समस्याओं के निराकरण के लिए मेडिकल कॉलेज स्तर पर एक कमेटी गठित करने के निर्देश दे दिए गए हैं. इस कमेटी में रेजीडेन्ट डॉक्टर्स के प्रतिनिधि भी सम्मिलित होगें. यह कमेटी विभिन्न समस्याओं के निराकरण के सुझाव प्रस्तुत करेगी. सुझावों के आधार पर राज्य सरकार आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करेगी.

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मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में बढ़ेगी सुरक्षा

अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि प्रधानाचार्यों को निर्देश दिए गए हैं कि मेडिकल कॉलेज एवं उससे संबद्ध अस्पतालों के परिसर, हॉस्टल्स इत्यादि में सुरक्षा व्यवस्थाओं, संवेदनशील स्थानों पर सीसीटीवी कैमरा लगाने, अस्पतालों में रेजीडेन्ट डॉक्टर्स हेतु ड्यूटी रूम्स में आधारभूत सुविधाओं की उपलब्धता, मेडिकल कॉलेज से संबद्ध अस्पतालों में धूम्रपान, शराब, ड्रग्स आदि के उपयोग पर रोकथाम सुनिश्चित करें.  

 

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