Rajasthan News: पाली में चल रही 18वीं राष्ट्रीय स्काउट-गाइड जंबूरी में रविवार को विभिन्न राज्यों की संस्कृतियों का अनूठा संगम देखने को मिला. विभिन्न तरह की झांकियों ने दर्शकों का मन मोह लिया और पूरा नजारा राजपथ जैसा जीवंत हो उठा. आयोजन में सांसद, भोजपुरी गायक और दिल्ली स्काउट गाइड अध्यक्ष मनोज तिवारी भी पहुंचे. उन्होंने जंबूरी में पहुंचे दर्शकों को देशभक्ति गीत भी गाकर सुनाया. जंबूरी स्थल पर बने स्टेडियम में शनिवार शाम को मनोज तिवारी के आतिथ्य में झांकी प्रदर्शन प्रतियोगिता शुरू हुई. बैंड और लोक वाद्यों की मधुर धुनों के साथ जैसे-जैसे एक-एक प्रान्त की झांकी मंच के सामने से गुजरी तो अतिथियों एवं दर्शकों ने करतल ध्वनि से हौसला अफजाई की.
झांकियों में स्काउट-गाइड ने अपने-अपने राज्य के पहनावे, कला-संस्कृति, लोक नृत्यों तथा विरासतों का दर्शन करवाया. राजस्थान के भी अलग-अलग जिलों से पहुंचे स्काउट-गाइड दलों ने सूबे के गौरवशाली इतिहास, समृद्ध सांस्कृतिक एवं पर्यावरणीय विरासतों का प्रदर्शन किया. राजस्थानी बैंड के साथ रंगीलो राजस्थान थीम पर सजी कोटा का विश्व प्रसिद्ध दशहरा मेला, रणथंभौर टाइगर प्रोजेक्ट, केला देवी मेला करौली, डिग्गी कल्याण मंदिर टोंक सहित भरतपुर धौलपुर की झांकियां आकर्षण का केंद्र रही. वहीं झारखंड का आदिवासी नृत्य, बिहार का छट पूजन दृश्य लोगों ने काफी पसन्द किया. उड़ीसा, नागालैंड, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, जम्मू-कश्मीर आदि प्रान्तों की झांकिया भी आकर्षक रही.
सांसद मनोज तिवारी एवं अन्य अतिथियों ने स्काउट्स एंड गाइड्स के द्वारा तैयार एग्जिबिशन का उद्घाटन किया. एग्जिबिशन में स्काउट्स एंड गाइड द्वारा कोरोना प्रबंधन और महामारी के दौर में किए गए सराहनीय कार्यों से अवगत कराया गया. सांसद ने एग्जीबिशन में बच्चों द्वारा बनाई गई विभिन्न कलाकृतियों की सराहना कर उनका मनोबल बढ़ाया. मनोज तिवारी ने आयोजन की तारीफ करते हुए कहा कि ये जम्बूरी नहीं लघु भारत दर्शन है. ये महाकुम्भ है. राजपथ सा नजारा नजर आ रहा है. इससे बहुत कुछ सीखने को मिलता है.