मानसून में मेहरानगढ़ फोर्ट भी है शानदार डेस्टिनेशन, ऊंची पहाड़ी पर मौजूद इस किले की ये है खासियत
Mehrangarh fort: राजस्थान (Rajasthan news) में कई पर्यटन (Tourism) और ऐतिहासिक स्थल देखने लायक है. मानसून (Monsoon) के इस सीजन मे ऐसी कई जगह है, जहां छुट्टियां सेलिब्रेट की जा सकती है. ऐसा ही एक पर्यटन स्थल है जोधपुर का मेहरानगढ़ किला. हर बार अजेय रहा यह दुर्ग सुंदरता के साथ राजस्थान के गौरव का […]

Mehrangarh fort: राजस्थान (Rajasthan news) में कई पर्यटन (Tourism) और ऐतिहासिक स्थल देखने लायक है. मानसून (Monsoon) के इस सीजन मे ऐसी कई जगह है, जहां छुट्टियां सेलिब्रेट की जा सकती है. ऐसा ही एक पर्यटन स्थल है जोधपुर का मेहरानगढ़ किला. हर बार अजेय रहा यह दुर्ग सुंदरता के साथ राजस्थान के गौरव का भी प्रतीक है. यह एक ऐसा किला है जो राजस्थान की समृद्ध संस्कृति और इतिहास को दर्शाता है. लोकप्रिय पर्यटन स्थल होने के चलते. हर साल लाखों लोग मेहरानगढ़ किले को देखने आते हैं.
पहाड़ी पर मौजूद यह फोर्ट इन दिनों मानसून के चलते और भी बेहतरीन दिखाई दे रहा है. यह पहाड़ी हरे-भरे पेड़ों से भर जाती है. किले के अंदर कई बगीचे हैं और ये बगीचे मानसून के पानी से भर जाते हैं. बगीचों में कई तरह के फूल और पौधे होते हैं और ये बगीचे मानसून के मौसम में बहुत सुंदर दिखते हैं.
जोधपुर का यह यह किला 1459 में मेहरान मोहम्मद शाह ने बनवाया था. इसकी खास बात यह है कि यह UNESCO विश्व धरोहर स्थल है. 10 मीटर ऊंची दीवार वाले इस किले में कई महल, मंदिर और बाग हैं. जानकारी के मुताबिक राव जोधा एक राठौर राजपूत थे. वे 1459 में जोधपुर के संस्थापक थे. उन्होंने मेहरानगढ़ किले का निर्माण अपनी राजधानी को मंडोर से जोधपुर स्थानांतरित करने के बाद करवाया था. मेहरानगढ़ किला एक बहुत ही मजबूत किला है. इसकी दीवारें 10 मीटर मोटी और 20 मीटर ऊंची हैं. किले में कई महल, मंदिर और बगीचे हैं.