Bhilwara News: भीलवाड़ा में एक अजीब वाकया देखने को मिला. यहां अर्थी पर लेटा एक ‘जिंदा’ मुर्दा उठकर भाग खड़ा हुआ. फिर लोगों ने गुलाल उड़ाना शुरू कर दिया. दरअसल हम जिंदा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि एक परंपरा के तहत यहां अर्थी पर एक शख्स को सांकेतिक रूप से मुर्दा बनाकर लिटाया जाता है.
सालों से चली आ रही इस परंपरा में मुर्दे की सवारी निकाली जाती है. होली के 8 दिन बाद यह सवारी निकाली जाती है. जिसकी शुरूआत शहर के चित्तौड़ वालों की हवेली से होती है. जहां पर एक युवक को अर्थी पर लेटा दिया जाता है और फिर ढोल नंगाडों के साथ शुरू होती है मुर्दे की सवारी.
शव यात्रा में अर्थी पर बैठा व्यक्ति कभी उठ बैठता है तो कभी उसका एक हाथ बाहर निकलता है तो कभी वह लेटे-लेटे पानी पी लेता है. जिसमें शहर के साथ ही आसपास के जिलों से भी लोग आते है और जमकर रंग गुलाल उड़ाते हुए यह मुर्दे की सवारी आगे बढ़ाते हैं. इसने जमकर अपशब्दों का प्रयोग होता है जिसके कारण महिलाओं का प्रवेश वर्जित रखा जाता है. अब ये वीडियो काफी चर्चा में है.