पेपर लीक मामले में भूपेंद्र का साथी जयपुर से गिरफ्तार, सारण को मिली 9 दिन की रिमांड
Paper Leak: पेपर लीक के मामले में गिरफ्तार भूपेंद्र सारण को उदयपुर पुलिस ने सोमवार को कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने भूपेंद्र सारण को 9 दिन रिमांड पर रखने के आदेश दिए. रिमांड के दौरान उदयपुर पुलिस द्वारा सारण से गहनता से पूछताछ की जाएगी. साथ ही पेपर लीक मामले में सहयोग करने वाले […]

Paper Leak: पेपर लीक के मामले में गिरफ्तार भूपेंद्र सारण को उदयपुर पुलिस ने सोमवार को कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने भूपेंद्र सारण को 9 दिन रिमांड पर रखने के आदेश दिए. रिमांड के दौरान उदयपुर पुलिस द्वारा सारण से गहनता से पूछताछ की जाएगी. साथ ही पेपर लीक मामले में सहयोग करने वाले एक अन्य सहयोगी राजीव उपाध्याय को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया. जिसे कोर्ट में पेश किया गया, उसे भी कोर्ट ने 4 दिन के लिए रिमांड पर रखने के आदेश दिए. डीवाईएसपी महेंद्र पारीक ने बताया कि भूपेंद्र सारण से की गई पूछताछ के दौरान एक अन्य सहयोगी का नाम बताया जिसको भी गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया. भूपेंद्र सारण को 9 दिन और उसके सहयोगी को 4 दिन का कोर्ट ने रिमांड दिया है.
सारण ने बताया कि पेपर सरकारी टीचर शेरसिंह मीणा से उसने ₹40 लाख में खरीदा और उसके बाद ₹5-5 लाख में अन्य अभ्यर्थियों को यह पेपर बेचा गया. अब एक नया नाम सामने आया है कि पेपर लीक का माफिया जयपुर के चौमू का निवासी है. उदयपुर पुलिस ने बताया कि 24 दिसंबर को जनरल नॉलेज का पेपर था और उसी दिन सरकारी टीचर शेरसिंह मीणा ने ही भूपेंद्र सारण को यह पेपर उपलब्ध करवाया था. इन्हीं बातों का जिक्र करते हुए कोर्ट में पुलिस ने 10 दिन की पुलिस रिमांड भी मांगी लेकिन महज 4 दिन की रिमांड मिली.
पुलिस थाने से कोर्ट चौराहे तक निकाला भूपेंद्र सारण का जुलूस
पहले पेपर माफिया की कोचिंग पर बुलडोजर चलाना और अब उसी तरीके से भूपेंद्र सारण को हाथीपोल पुलिस थाने से कोर्ट चौराहे तक पैदल जुलूस निकालना जब भूपेंद्र सारण को हाथीपोल थाने से कोर्ट चौराहे के लिए पैदल रवाना किया तो लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई और इसका नजारा देखने लगी कि क्या इस तरीके से जुलूस निकालने से पेपर माफियाओं पर नकेल कसी जा सकती है. या फिर महज यह एक सरकार के आदेश से पुलिस की एक फॉर्मेलिटी है. क्योंकि अभी तक सुरेश ढाका पुलिस के गिरफ्त से बाहर हैं और किरोड़ी लाल मीणा ने तो यह भी दावा किया है कि सुरेश ढाका की गिरफ्तारी नहीं होगी.
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उदयपुर बस में भूपेंद्र सारण ने ही भेजा था पेपर व्हाट्सएप के जरिए
जैसे बस को पुलिस ने उदयपुर से 24 दिसंबर को अलसुबह पकड़ा था जिसमें सरकारी स्कूल के हेड मास्टर सुरेश बिश्नोई और भजनलाल बिश्नोई पेपर सॉल्व करवा रहे थे. उनसे पूछताछ में पता चला था कि उनको व्हाट्सएप पर भूपेंद्र सारण ने ही पेपर उपलब्ध करवाया था. अब पुलिस को भूपेंद्र सारण की 4 दिन की पुलिस रिमांड मिली है.
किरोड़ीलाल मीणा के दावे के मुताबिक अगर राज खुले तो क्या राजस्थान में भूचाल आने वाला है. क्योंकि चुनावी साल है और आशंका है कि कई मंत्री और बड़े अधिकारियों के पत्ते पूछताछ में भूपेंद्र सारण भी खोल सकता है. अगर जांच इमानदारी, गहनता और तथ्यों के आधार पर हो और सुरेश ढाका और अन्य सभी आरोपी पकड़ में आए.