भाजपा ने 8 जिलों में बदले अध्यक्ष, अश्लील डांस मामले में संजय नरूका पर एक्शन, जानें

Rajasthan political news: राजस्थान विधानसभा चुनावों को देखते हुए भाजपा फिर सक्रिय नजर आ रही है. कांग्रेस को घेरने के लिए लगातार लोगों के बीच जाकर सभाएं और यात्राएं कर रही है. बीजेपी ने शनिवार को एक और एक्शन लिया है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने शनिवार को आठ जिला अध्यक्षों को बदलते हुए […]

NewsTak
social share
google news

Rajasthan political news: राजस्थान विधानसभा चुनावों को देखते हुए भाजपा फिर सक्रिय नजर आ रही है. कांग्रेस को घेरने के लिए लगातार लोगों के बीच जाकर सभाएं और यात्राएं कर रही है. बीजेपी ने शनिवार को एक और एक्शन लिया है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने शनिवार को आठ जिला अध्यक्षों को बदलते हुए नए जिला अध्यक्षों की घोषणा कर दी. पार्टी ने बीकानेर शहर से विजय आचार्य, बीकानेर देहात से जालम सिंह भाटी, अलवर उत्तर से उम्मेद सिंह भाया, अलवर दक्षिण से अशोक गुप्ता, भरतपुर से ऋषि बंसल, सवाई माधोपुर से सुशील दीक्षित, बाड़मेर से स्वरूप सिंह खारा और बालोतरा से बाबू सिंह राजगुरु को नया अध्यक्ष बनाया है.

जानकारी के अनुसार पार्टी ने संगठन में फेरबदल कर सक्रिय पदाधिकारियों को अध्यक्ष पद सौंपा है. इनमें विजय आचार्य को बीकानेर शहर जिला अध्यक्ष बनाया गया है. विजय आचार्य दूसरी बार जिलाध्यक्ष बने हैं. इसके अलावा बीकानेर से एक बार फिर जालम सिंह को देहात की जिम्मेदारी सौंपी है. जिससे गुटबाजी भुलाकर संगठनात्मक तालमेल बनाया गया है.

बता दें जालम सिंह भाटी बीकानेर देहात भाजपा के तीसरी बार भाजपा जिलाध्यक्ष बने हैं. जालम सिंह भाटी इससे पहले वसुंधरा राजे सरकार में भी जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. इसके अलावा युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष ऋषि बंसल को भरतपुर का जिला अध्यक्ष बनाकर पुराने कार्यकर्ताओं को फिर से मुख्यधारा में लाया गया है. प्रदेश टीम में जहां नए पदाधिकारियों की एंट्री हो सकती है, वहीं जयपुर समेत सात जिलों में अध्यक्ष पद पर बदलाव भी किया जा सकता है.

यह भी पढ़ें...

अलवर जिलाध्यक्ष संजय सिंह नरूका पर एक्शन
अलवर में पार्टी की जन आक्रोश यात्रा के दौरान हुए अभद्र डांस मामले में बड़ा एक्शन लिया है. पार्टी ने जिलाध्यक्ष संजय सिंह नरूका को हटाकर उमेद सिंह भैया को जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है. पार्टी सूत्रों के अनुसार चुनावी साल में संगठन में फिर से बदलाव देखने को मिल सकता है.

यह भी पढ़ें: गहलोत की कैबिनेट मंत्री का पारा हुआ हाई! फरियादी महिला को धक्के देकर निकलवाया, जानें क्यों आया गुस्सा

    follow on google news