कैबिनेट मंत्री हेमाराम चौधरी का दर्द झलका, बोले- मेरी कोई नहीं सुनता

ललित यादव

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तस्वीर: हेमाराम चौधरी के ट्वीटर हैंडल से
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Rajasthan News: कैबिनेट मंत्री हेमाराम चौधरी ने सवाल के एक जवाब में कहा कि मैं कैबिनेट मंत्री हूं, लेकिन मेरी कोई नहीं सुनता. यह मेरा दर्द है. मंत्री हेमाराम चौधरी ने कहा कि बाड़मेर ऑयल फील्ड में कई कंपनियां काम कर रही है. बाड़मेर में जब तेल निकला था तो यहां के लोगों को रोजगार की उम्मीद जगी थी. युवा रोजगार के लिए कई बार हमारे पास आते है. लेकिन मैं मंत्री होने के बावजूद भी ऑयल फील्ड में युवाओं को रोजगार नहीं दिला पा रहा हूं. क्योंकि मेरी कोई सुनता ही नहीं है, यह मेरा दर्द है.

हेमाराम चौधरी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से दिए जा रहे विज्ञापनों पर चुटकी लेते हुए कहा कि योजनाएं लागू करने से कुछ नहीं होगा, आज प्रशासन के अधिकारी किसी की सुनते नहीं है. काम करने से वोट नहीं मिलता है. मैने मंत्री रहते हुए खूब काम करवाया था. लेकिन फिर भी मैं 33 हजार वोटों से हार गया था. आज के समय में राजस्थान में किसानों के हाल बहुत बुरे हैं.

हेमाराम चौधरी ने कहा कि जब बुजुर्ग नेता खुद कुर्सी के चिपक कर बैठ गए हैं तो हम युवाओं को कैसे मौका देगे. मैं तो अपनी कुर्सी छोड़ने को तैयार हूं ताकि युवाओं को मौका मिले.

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