Rajasthan Budeget Session 2023: सीएम सलाहकार और गंगापुर सिटी से निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा सदन में अपनी ही सरकार को घेर रहे हैं. मंगलवार को एक बार फिर उन्होंने गहलोत सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया. उन्होंने अपने क्षेत्र में काम नहीं होने की बात कहते हुए पूछ लिया कि बीजेपी वालों ने तो काम नहीं किया, लेकिन यह बताएं कि आप क्या करना चाहते हैं?
दरअसल, विधायक ने अपने क्षेत्र के गांव में खेल मैदान नहीं होने की बात कही. मीणा ने सवाल किया कि मेरे क्षेत्र में 21 नवंबर 2011 को खेल मैदान के लिए भूमि आवंटन हुई थी. लेकिन यह बताएं कि किन वजह से काम रोका गया? मीणा ने कहा कि 2015-16 में यह फंड स्वीकृत हुआ तो किस कारणों से काम बंद हुआ?
राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने जवाब दिया कि खेल स्टेडियम 2015-16 में बजट स्वीकृत हुआ. जिस गांव की बात विधायक कर रहे हैं, वहां गांववालों ने आपत्ति जताई थी. उस जमीन पर रास्ते का विवाद होने के बाद तत्कालीन मंत्री के स्तर पर प्रोजेक्ट बंद हो गया. मंत्री ने कहा कि सरकार की मेजर ध्यानचंद स्टेडियम योजना के तहत बच्चों के लिए खेल मैदान की कोशिश की जाएगी. मीणा ने इस पर फिर सवाल पूछा कि आपका खेल अधिकारी बोल रहे हैं कि कोई विवाद नहीं है. बीजेपी वालों को जो काम करना था वो कर दिया. आप क्या करना चाहते हैं?
गौरतलब है कि सोमवार को सदन के प्रश्नकाल के दौरान सीएम अशोक गहलोत के सलाहकार और गंगापुर से निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा ने सरकार की योजनाओं पर ही सवाल खड़े कर दिए. उन्होंने 16 साल से लंबित चंबल-नादौती पेयजल प्रोजेक्ट को लेकर कहा था कि मेरा क्षेत्र बूंद-बूंद के लिए तरस रहा है. लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा.
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