मानहानि का केस दर्ज होने के बाद संजीवनी सोसायटी के पीड़ितों को बुलाकर मिले CM गहलोत

शरत कुमार

ADVERTISEMENT

Rajasthantak
social share
google news

Jaipur News: केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की तरफ से मानहानि का मुकदमा दर्ज कराने के बाद मुख्यमंत्री गहलोत ने रविवार को संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी के पीड़ितों को सीएम हाउस बुलाया. यहां उन्होंने एक बार फिर उनका दर्द जाना.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निवास से जारी प्रेसनोट में कहा गया है कि मार्मिक आपबीती बताते हुए पीड़ित रोने लगे. मुख्यमंत्री निवास पर विभिन्न जिलों से पीड़ित पहुंचे थे. बिगड़ते पारिवारिक और सामाजिक हालातों से उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अवगत कराया अवगत. पीड़ितों ने अपनी मार्मिक आपबीती बताते हुए कहा- ‘वर्षों की मेहनत से एक-एक रुपया जोड़कर राशि जमा की थी, सोसायटी संचालकों ने बड़ा लाभ दिलाने के भरोसे में लेकर निवेश कराया, अब पासबुकें खाली पड़ी हैं और सोसायटी द्वारा दिए बॉन्ड धूल खा रहे हैं.

केंद्रीय मंत्री ने लिया था भरोसे में
पीड़ितों ने बताया कि केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने हमें भरोसे में लिया था. सोसायटी के मैनेजिंग डायरेक्टर विक्रम सिंह के साथ निवेश करने के लिए लिया था. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गजेंद्र सिंह शेखावत पर आरोप लगा रहे हैं कि लोगों के संजीवनी क्रेडिट सोसायटी में जमा पैसे का गबन किया गया है.

ADVERTISEMENT

यह भी पढ़ें...

केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मानहानि का केस करने पर सीएम अशोक गहलोत ने इस मामले में पलटवार किया. उन्होंने कहा कि मानहानि का केस करें, हम तो स्वागत करेंगे. क्योंकि इसी बहाने ये केस आगे बढ़ेगा, भला होगा उन गरीबों का जो चर्चा में ही नहीं थे, लोगों का पैसा डूब गया हैं. इससे ये राष्ट्रीय मुद्दा बनेगा.

घपलेबाज मंत्रिमंडल में कैसे- गहलोत
मानहानि का मुकदमा दर्ज हो जाने के बाद सीएम अशोक गहलोत ने इस मामले में पलटवार किया. उन्होंने कहा कि मानहानि का केस करें, हम तो स्वागत करेंगे. क्योंकि इसी बहाने ये केस आगे बढ़ेगा, भला होगा उन गरीबों का जो चर्चा में ही नहीं थे, लोगों का पैसा डूब गया हैं. इससे ये राष्ट्रीय मुद्दा बनेगा.

ADVERTISEMENT

केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ दोपहर में मानहानि का केस किया. दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट पहुंचे और दावा पत्र पेश किया. इस मामले में उन्होंने संजीवनी घोटाले में गहलोत की ओर से लगाए आरोप को झूठा और तथ्यहीन बताते हुए मुकदमा दायर किया.

ADVERTISEMENT

मोदी या शाह की नॉलेज में है ये घोटाला?
सीएम ने कहा कि मैं चाहता हूं प्रधानमंत्री तक, अमित शाह तक बात जाए. वो हिंदुस्तान में ई़डी वाले छापे डाल रहे हैं. छापे के केस के लिए तो ये परफेक्ट केस है. मुझे अफसोस इस बात का है कि प्रधानमंत्री या गृह मंत्री की नॉलेज में नहीं आया क्या इतना बड़ा घपला? गहलोत ने कहा कि ऐसे घपलेबाज को कैसे रखते हो आप अपने केंद्रीय मंत्रिमंडल में? ये बहुत बड़ा सवाल है. आज ये केंद्रीय मंत्री बने हैं, इनको शर्म आनी चाहिए थी कि मंत्री बनने के बाद जिम्मेदारी बढ़ जाती है कि मैं आगे बढ़कर सबको बुलाऊं और बातचीत करूं. संजीवनी के जो लोग जेलों में बैठे हुए हैं, उनकी प्रॉपर्टी ईडी ही जब्त कर सकती है, उसे एसओजी हीं कर सकती है.

यह भी पढ़ें: सीएम गहलोत पर शेखावत ने किया मानहानि का मुकदमा, मंत्री बोले- मेरी दिवंगत मां का किया अपमान

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT