Gulabchand Kataria Farewell: 15वीं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने गुरुवार को विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंपा. गुलाबचंद विदाई सम्मान समोराह के कार्यक्रम में भावुक दिखाई दिए. इस दौरान तमाम नेताओं ने अपने अनुभव शेयर किए. आपको बता दें कि गुलाबचंद कटारिया को असम का राज्यपाल नियुक्त किया गया है, जिसके बाद उन्होंने गुरुवार को अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को सौंपा है.
सीएम गहलोत ने विदाई कार्यक्रम के दौरान गुलाबचंद कटारिया को लेकर अपने अनुभव शेयर किए. सीएम ने कहा कि आज हम सब का एक साथ बैठना काफी खास है क्योंकि आज कटारिया जी राज्यपाल के रूप में हमें छोड़कर जा रहे हैं. इस दौरान सीएम ने कहा कि हमारी लड़ाई विचारधारा की है. व्यक्तिगत नहीं है, यहीं लोकतंत्र की खूबसूरती है.
इस दौरान सीएम ने कहा कि परसराम मदेरणा, हरिदेव जोशी जैसा व्यक्ति और अब गुलाबचंद कटारिया जैसा व्यक्ति जो 8-9 बार विधायक बन सकता है. 1977 में इन्होंने चुनाव लड़ा था लेकिन मैं हार गया था. सीएम ने कहा मैं मेरे विधायक साथियों को कहता हूं कि आप भी ऐसा काम करो ताकि आप भी 5,6,8,9 बार विधायक बन सको, इतने लंबे समय तक विधायक बने रहना बड़ी बात है. अब कटारिया जी असम के अंदर राजस्थान का गौरव बढ़ाएंगे.
सीएम ने अपने भाव प्रकट करते हुए कहा कि आजकल राज्यपालों और सरकारों के बीच टकराव चलता रहता है. केरल, महाराष्ट्र, बंगाल में टकराव देखने को मिला, जहां विपक्ष की सरकार होती है वहां अक्सर देखने को मिलता है. ऐसा टकराव पहले कभी नहीं देखा जाता था. कटारिया को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि आप तो संघ कैडर के हैं, आप वहां जाकर संविधान के अनुरूप कार्य करेंगे. क्योंकि असम में राजस्थानी लोगों की संख्या काफी है. ताकि उन्हें लगे कि हमारे घर का कोई व्यक्ति यहां आया है.
सीएम गहलोत ने कहा कि आपकी खासियत भी है कि आप भावुक होते हैं तो अलग ढंग से बोलते हैं और जब कैमरे के साथ होते हो तब हमारी ऐसी-तैसी करते हो. मेरी और हमारे नेतृत्व में कोई कंजूसी नहीं रखी. आपने कैमरे पर क्या-क्या नहीं बोला होगा, वह लोगों के जहन के अंदर है. मैं समझता हूं आज के बाद आप ना तो इस गुलाबी भाषा में रहोगे और ना ही इनके लिए गुलाबचंद कटारिया रहोगे. अब आप नए रूप में रहेंगे. अब भाईसाहब वाली बात नहीं रहेगी. आप गवर्नर बन गए हो. आपको संविधान के मूल्यों के रक्षा करते हुए असम में अपना डंका बजाएंगे.