मानेसर एपिसोड के बाद पायलट को माफ करने के सवाल पर सीएम गहलोत ने कही ये बात

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ना पायलट, ना गहलोत, कैंपेन कमेटी की कमान इस नेता के हाथ, CP Joshi को भी मिली बड़ी जिम्मेदारी
ना पायलट, ना गहलोत, कैंपेन कमेटी की कमान इस नेता के हाथ, CP Joshi को भी मिली बड़ी जिम्मेदारी
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Ashok Gehlot Interview: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच सुलह की तस्वीरें सामने आने के बाद सियासी गलियारों में चर्चाएं हैं कि क्या सच में दोनों नेताओं के बीच सुलह हो चुकी है? क्योंकि अलग-अलग मौकों पर सीएम गहलोत पायलट के लिए ‘नाकारा’, ‘निकम्मा’ और ‘गद्दार’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर चुके हैं. सवाल यह है कि कांग्रेस द्वारा दोनों नेताओं के बीच सुलह के ऐलान के बाद अब गहलोत पायलट के बारे में क्या सोचते हैं?

‘लल्लनटॉप’ के पॉलिटिकल शो ‘जमघट’ में संपादक सौरभ द्विवेदी के साथ इंटरव्यू में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट के साथ अपने रिश्तों पर खुलकर जवाब दिया है.

जब गहलोत से पूछा गया कि सचिन पायलट से उनकी पहली मुलाकात कब हुई तो उन्होंने कहा, “उनके पिता जी और मैं एकसाथ सांसद बने थे. उस समय वो ढाई साल के थे. मुझे तो उम्र याद नहीं थी. उन्होंने (सचिन पायलट ने) खुद बताया.”

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RPSC को भंग करने की मांग पर ये बोले गहलोत
सचिन पायलट ने अपनी जनसंघर्ष पदयात्रा में मांग की थी कि राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) को भंग करके नया आयोग गठित किया जाए. इस मामले पर सीएम गहलोत ने कहा कि वो तो हमारे परिवार के सदस्य हैं. उनकी बात का वजन रहता है. हमने इस पर स्टडी करवाई. राजस्थान लोक सेवा आयोग एक संवैधानिक बॉडी है. उसे इस तरह से भंग नहीं किया जा सकता.

मानेसर की घटना दुर्भाग्यपूर्ण थी: सीएम गहलोत
सीएम गहलोत से पूछा गया कि आपने पायलट को नाकारा, निकम्मा और गद्दार तक कहा, क्या अब मीटिंग के बाद सब ठीक हो गया? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि वो घटना दुर्भाग्यपूर्ण थी. उस पर मैं कुछ कहना नहीं चाहता. मैं कोई बात बोलूं या वो बोलें तो और दूरी बढ़ती है. गहलोत ने कहा- हम चाहते हैं कि आपस में सब प्यार-मोहब्बत से रहें. राजस्थान में एकजुट रहकर हम वापस सरकार बनाएं.

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पायलट को माफ करने के सवाल पर कही ये बात
गहलोत से पूछा गया कि क्या आपने पायलट को माफ कर दिया है? इस पर उन्होंने बताया कि हमारी सुलह परमानेंट ही है. हमारी सुलह तो कभी अलग हुई नहीं है. मैंने सबको माफ कर दिया. आज कांग्रेस को सभी की जरूरत है और देश को कांग्रेस की जरूरत है. सवाल किसी व्यक्ति का नहीं रहा है. सवाल पार्टी का और देश का है. अशोक गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, सुखजिंदर सिंह रंधावा और केसी वेणुगोपाल की मौजूदगी में बात हुई है कि सबको मिलकर चलना है.

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