Rajasthan News: चुनावी साल में सीएम गहलोत ने एक साथ 19 जिलों की घोषणा की है. भौगोलिक दृष्टि से देश के सबसे बड़े राज्य यानि राजस्थान में नए जिले बनाने की मांग लंबे अर्से से उठ रही थी. सीएम गहलोत चाहते तो अपने आखिरी बजट में ही इन जिलों की घोषणा कर सकते थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और अलग से नए जिलों की घोषणा कर मजबूती से अपना चुनावी दांव खेल डाला. अब नए जिले बने हैं तो राजस्थान में चुनावी समीकरण भी बदलेंगे. कांग्रेस का मानना है कि आपसी कलह और एंटी-इनकंबेंसी से जूझ रही गहलोत सरकार को नए जिले संजीवनी दे सकते हैं.
घोषणा के विश्लेषण से पता चलता है कि गहलोत के तीन मंत्रियों को नए जिले मिले हैं. इनमें सुखराम विश्नोई को सांचौर, राजेंद्र यादव को कोटपूतली-बहरोड, विश्वेंद्र सिंह को डीग मिला. पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को सीकर संभाग, सलाहकार रामकेश मीणा को गंगापुर शहर जिला और बाबूलाल नगर को डूडू जिला मिला. डिप्टी व्हिप महेंद्र चौधरी को कुचामन डीडवाना को शामिल कर जिला मिला है. गहलोत ने अपने इस दांव से अपनी सियासी स्थिति मजबूत कर ली है.