Rajasthan news: जयपुर के बिड़ला सभागार में कांग्रेस का दो दिवसीय अधिवेशन चल रहा है. यहां प्रदेश कांग्रेस के बड़े-बड़े दिग्गज मौजूद रहे. राजस्थान कांग्रेस प्रभारी रंधावा, अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अधिवेशन में हिस्सा लेने आए थे. पूरा सभागार नेताओं से भरा था. लेकिन जैसे ही पायलट की एंट्री हुई तो सारी कैबिनेट ने खड़े होकर टोंक विधायक सचिन पायलट का स्वागत किया. इस दौरान किसी ने हाथ मिलाया, किसी ने आशीर्वाद दिया, तो कोई गले से लगाकर अपनी आत्मीयता प्रकट करने लगा. यह देखकर सियासी हलचल भी तेज हो गई.
दरअसल, ऐसा नजारा देखकर लगा कि कांग्रेस के तमाम नेताओं को कुछ आभास हो रहा है. कुछ तो है जो पर्दे के पीछे घट रहा है. इसी आशंका से सारे नेता पायलट के इर्द-गिर्द घूमने लगे हैं. क्योंकि कांग्रेस में अशोक गहलोत और सचिन पायलट को लेकर सियासी फैसला आना है. शायद ये उसी की सुगबुगाहट का असर है, जो बिरला सभागार में सबको नजर आया.
सचिन पायलट का स्वागत सत्कार होना वैसे कोई नई बात नहीं है. लेकिन जब एक विधायक के स्वागत में तमाम वरिष्ठ मंत्री और विधायक अपनी कुर्सी छोड़कर खड़े हो जाएं तो बात अलग हो जाती है. जानकार बता रहे हैं कि अंदर खाने कुछ तो बड़ा होने वाला है. दरअसल राजनीति में ऐसे ही कोई एक विधायक का इतना स्वागत-सत्कार नहीं करता है. जबकि बिरला सभागार में तो पूरी कैबिनेट पायलट का गर्मजोशी से सत्कार किया. बता दें राजस्थान में सीएम की कुर्सी को लेकर गहलोत-पायलट में खिंचातान चल रही है. अब तक तो इस पूरे सियासी खेल में गहलोत ने ही बाजी मारी है. लेकिन पायलट का ऐसा स्वागत कुछ और इशारा कर रहा है.
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