Bharatpur crime news: भरतपुर में हनी ट्रैप गैंग का पर्दाफाश हुआ है. गैंग महिला द्वारा लोगों को हनी ट्रैप में फंसा कर फिरौती मांगने का काम करती हैं. भरतपुर पुलिस ने इस ऐसी गैंग का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने आरोपी दिनेश कुमार मीणा (25) निवासी टोंक और उलकी महिला मित्र कविता देवी (30) निवासी प्रताप नगर, जयपुर से है. दोनों शादीशुदा हैं. इसके साथ ही गैंग में महिला मित्र के अलावा दिनेश के दो अन्य साथी भी शामिल हैं.
मामला चिकसाना थाना इलाके का है. जहां गांव खैमरा कला निवासी पीड़ित श्याम वीर से फोन पर हनी ट्रैप गैंग की कविता देवी ने दोस्ती कर ली. रोजाना बातें करती थी. 1 जनवरी को महिला कविता ने फोन से बात कर श्यामवीर को उत्तर प्रदेश के वृंदावन में स्थित प्रेम मंदिर में मिलने के बहाने बुला लिया. श्यामवीर गांव के रहने वाले अपने मित्र धर्मवीर को भी मोटरसाइकिल पर वृंदावन महिला मित्र से मिलने के लिए चला गया. लेकिन महिला ने श्यामवीर को अपने एक फ्लैट में बुला लिया.
वहां पहले से मौजूद महिला के साथी दिनेश, विजय और रामकेश ने दोनों को बंधक बना लिया. बंधक बनाने के बाद आरोपियों ने दोनों से मारपीट की और झूठे दुष्कर्म के मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर परिजनों से 3 लाख रुपए की फिरौती मांगी. पीड़ित श्यामवीर के परिजनों ने चिकसाना पुलिस को मामले की सूचना दी. जिसपर भरतपुर पुलिस टीम ने वृंदावन जाकर दबिश दी और हनी ट्रैप गैंग के शिकंजे से दोनों को मुक्त कराते हुए गैंग के चारों सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया.
गैंग के चार बदमाश गिरफ्तार
लोगों को हनीट्रैप में फंसा कर अपहरण कर फिरौती मांगने वाली गैंग के गिरफ्तार 4 बदमाशों की पहचान 25 वर्षीय दिनेश कुमार मीणा निवासी टोंक जिला, 22 वर्षीय रामकेश बैरवा निवासी टोंक जिला, 35 वर्षीय विजय बैरवा निवासी सवाई माधोपुर, 30 वर्षीय महिला कविता मीणा निवासी प्रताप नगर जयपुर के रूप में हुई है । पुलिस गैंग के चारों बदमाशों से पूछताछ में जुटी हुई है और जांच कर रही है कि इस गैंग ने और कितनी वारदातों को अंजाम दिया है ।
ऐसे देते हैं वारदात को अंजाम
हनी ट्रैप करने वाली इस गैंग में तीन बदमाशों के अलावा एक महिला शामिल है. गैंग के सदस्य महिला से लोगों को फोन पर दोस्ती करवाते हैं और फिर उनको मिलने के बहाने बुलाते हैं. जब वह पीड़ित व्यक्ति महिला से मिलने आता है तो गैंग के सदस्य अपहरण कर लेते हैं. उसके साथ मारपीट कर दुष्कर्म के झूठे मामले में फंसाने की धमकी देते हैं. इसके बाद परिजनों से लाखों रुपए फिरौती की मांग करते हैं.
ग्रामीण सीओ ब्रजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया कि सचिन नामक एक व्यक्ति ने सूचना दी थी कि मेरा पिता अपने दोस्त के साथ बाजार जाने की कहकर गया था. लेकिन उनके फोन से किसी ने बात कर कहा है कि उनका अपहरण हो गया है और 3 लाख की फिरौती चाहिए. हनी ट्रैप करने वाली गैंग की महिला सदस्य ने श्यामवीर से फोन पर दोस्ती की और फिर उसे मिलने के बहाने वृंदावन बुलाया था. पीड़ित अपने दोस्त श्यामवीर को भी साथ ले गया था. हनी ट्रैप करने वाली गैंग के सदस्यों ने दोनों का अपहरण कर लिया और फिरौती मांग रहे थे. सूचना के बाद पुलिस टीम ने वृंदावन जाकर दबिश दी और दोनों को मुक्त कराकर हनी ट्रैप करने वाली गैंग के तीन बदमाश और एक महिला को भी गिरफ्तार किया है.
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