Kota News: कोटा के राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी के डर्टी प्रोफेसर के गिरफ्तारी मामले में कोटा SIT की टीम को बुधवार को एक और सफलता मिली. एसआईटी ने प्रोफेसर गिरीश परमार का सहयोग करने वाली बीटेक छात्रा को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी ईशा यादव बीटेक फोर्थ ईयर की छात्रा है, जो गिरीश परमार के साथ में शामिल थी .
कोटा SIT टीम के इंचार्ज डीएसपी अमर सिंह राठौड़ ने बताया कि आरोपी डर्टी प्रोफेसर गिरीश परमार छात्रा ईशा यादव से कॉपियां चेक करवाता था. और जब ईशा अन्य छात्राओं को फेल कर देती थी तो वह फेल हुई छात्राओं पर पास होने के लिए गिरीश परमार से संबंध बनाने उससे मिलने का दवाब डालती थी.
बुधवार को रिमांड अवधि पूरी होने पर कोटा एसआईटी की टीम ने डर्टी प्रोफेसर गिरीश परमार और उसके बिचौलिए छात्र अर्पित के साथ छात्रा ईशा यादव को कोटा कोर्ट में पेश किया. जहा से कोर्ट ने तीनों आरोपियों को 10 जनवरी तक जेल भेजने के आदेश कर दिए. ईशा के खिलाफ आईपीसी की धारा 384, 385, 420, 467, 468, 471, 120 बी एससी-एसटी एक्ट की धारा, परीक्षा अधिनियम की धारा 3, 4 ,5 एवं 6 लगाई गई है. पुलिस की एसआईटी अपनी रिपोर्ट बना रही है ताकि जल्द चालान पेश किया जा सके. वहीं विशिष्ट लोक अभियोजक हितेश जैन ने बताया कि इनकी ओर से पेश जमानत अर्जी पर सुनवाई 29 दिसंबर को होगी.
गौरतलब है कि कोटा राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर गिरीश परमार द्वारा छात्राओं को पास करने और अंक बढ़ाने की एवज में अस्मत मांगी जाती थी. जिसकी शिकायत एक छात्रा द्वारा दादाबाड़ी थाने में की गई थी, जिसके बाद कोटा पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी गिरीश परमार और बिचौलिए छात्र अर्पित को गिरफ्तार किया था. वहीं DSP अमर सिंह राठौर ने बताया कि अब आरोपियों के वॉयस सैंपल भी लिए जाने हैं साथ ही FSL जांच भी की जाएगी जिसके बाद आगे की जांच की रूपरेखा तय होगी.
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