राजस्थान पुलिस एक्शन मोड में, अपराध के गढ़ का खात्मा करने के लिए इस अधिकारी ने संभाला मोर्चा

Dinesh MN IPS: रंगदारी, पेपर लीक और कारोबारियों को मिल रही धमकी के चलते राजस्थान में अपराध बड़ा मुद्दा बन गया है. राजस्थान में बिगड़ती कानून व्यवस्था के चलते सवालों से घिरी पुलिस अब एक्शन मोड में हैं. अपराध के खात्मे का जिम्मा मिला है प्रदेश के चर्चित आईपीएस दिनेश एमएन को. जिन्होंने गैंगस्टर आनंदपाल […]

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Dinesh MN IPS: रंगदारी, पेपर लीक और कारोबारियों को मिल रही धमकी के चलते राजस्थान में अपराध बड़ा मुद्दा बन गया है. राजस्थान में बिगड़ती कानून व्यवस्था के चलते सवालों से घिरी पुलिस अब एक्शन मोड में हैं. अपराध के खात्मे का जिम्मा मिला है प्रदेश के चर्चित आईपीएस दिनेश एमएन को. जिन्होंने गैंगस्टर आनंदपाल को ठिकाने लगाया और लॉरेंस बिश्नोई गैंग पर शिकंजा कसने की तैयारी है. इससे पहले कई भ्रष्ट अफसरों जेल की सलाखों के पीछे भी पहुंचा चुके हैं.

अब क्राइम ब्रांच में एडीजी का जिम्मा संभालने के बाद इन दिनों प्रदेश में तेजी से अभियान चला रहे हैं. हर हिस्से में हिस्ट्रीशीटर और शातिर बदमाशों की धरपकड़ को लेकर अभियान जारी है. हाल ही में विशेष अभियान के तहत रविवार को अजमेर और उदयपुर रेंज के सभी जिलों के 3808 जगहों पर दबिश दी और छापेमारी कर 4255 लोगों को हिरासत में लिया है.

दरअसल, एडीजी का जिम्मा दिनेश एमएन के संभालने के बाद क्राइम ब्रांच एक्शन मोड में है. जानकारी के मुताबिक प्रदेश की कानून व्यवस्था के लिए सिरदर्द बन चुकी लॉरेंस गैंग पर शिकंजा कसने के लिए स्पेशल प्लान पर भी काम किया जा रहा है. इससे पहले पिछले महीने ही 20 मार्च को 8 जिलों में कार्रवाई के दौरान आपराधिक गतिविधियों में लिप्त 401 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. जिनके पास हथियार, अवैध धन, मादक पदार्थ, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और वाहन जब्त किए गए है. पुलिस के मुताबिक इनमें आनंदपाल और लॉरेंस गैंग के सदस्य भी पकड़े गए.

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राज्यभर में जगह-जगह हो रही छापेमारी
इससे पहले 27 मार्च को भरतपुर रैंज में 3 हजार 750 पुलिसकर्मियों की कुल 500 टीम ने दबिश देकर 2,518 असामाजिक तत्वों को पकड़ा. इसी दिन जयपुर, कोटा, अलवर और चुरू जिले में राजस्थान पुलिस ने विशेष अभियान चलाया. इसके अलावा एक लाख रुपए के इनामी बदमाश रितिक बॉक्सर की गिरफ्तारी पुलिस की सबसे बड़ी सफलता बताई जा रही है. जिसे नेपाल बॉर्डर से पकड़ा था.

राजस्थान के सिंघम के नाम से जाने जाते हैं दिनेश एमएन
राजस्थान के सिंघम के नाम पहचान रखने वाले इस अधिकारी को उदयपुर एसपी रहते हुए सोहराबुद्दीन फर्जी एनकाउंटर मामले में गिरफ्तार किया गया था. दिनेश एमएन 7 साल तक जेल में रहे. बावजूद इसके उन्होंने अपना हौंसला नहीं टूटने दिया. जेल से बाहर आने के बाद उन्हें एंटी करप्शन ब्यूरो में जिम्मा मिला. जिसके बाद कई आईएएस और आईपीएस को रिश्वतखोरी के मामले में जेल पहुंचाया.

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