Nagaur: बेरोजगार युवक ने सोशल मीडिया पर लोन देने के लिए शेयर किया पोस्ट और फिर कर दिया कांड!
राजस्थान के नागौर जिले में कर्ज दिलवाने का झांसा देकर ठगी का मामला सामने आया है. इस अपराध को अंजाम देने वाला आरोपी नागौर की सदर थाना पुलिस की गिरफ्त में है और उसके खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई भी शुरू कर दी है.
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बढ़ती बेरोजगारी और कम समय में अमीर बनने की चाहत में लोग अक्सर ही गलत रास्ते पर चले जा रहे हैं. ऐसे में कई बार तकनीक के जरिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर ही ठगी की वारदात को अंजाम दिया जा रहा है. इसके लिए साइबर क्राइम के हर दिन नए तरीके ईजाद हो रहे हैं. जिसमें कभी ओटीपी तो कभी बिना ओटीपी के भी लोगों को लाखों रुपए का चूना लगाया जा रहा है. ऐसा ही एक मामला राजस्थान के नागौर जिले में आया है. जहां कर्ज दिलवाने का झांसा देकर ठगी हो गई है. इस अपराध को अंजाम देने वाला आरोपी नागौर की सदर थाना पुलिस की गिरफ्त में है और उसके खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई भी शुरू कर दी है.
दरअसल, रामविलास दुगोलिया को लोन की जरूरत थी. फिर उसे आरोपी शंकर राम पुत्र ओमाराम जानी नायक ने आधार कार्ड से लोन दिलवाने की बात कही. इसके लिए पूरी प्रक्रिया भी बताई.
जब पीड़ित झांसे में आ गया तो उसने लोन दिलवाने के लिए फाइल चार्ज की बात की. आरोपी का मकसद इस फर्जी शुल्क के नाम पर वसूली करना था. जिसके बाद आरोपी ने परिवादी से 66 हजार 450 रुपए ऐंठ लिए. इसके बाद पीड़ित को कुछ समय में ठगे जाने का अहसास हुआ. वहीं, पुलिस ने ऑपरेशन एंटीवायरस के तहत प्रतिबिंब पोर्टल पर साइबर अपराधियों की सूची में लिस्टेड आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही पुलिस ने पीड़ित को आरोपी से राशि भी वापस दिलवा दी है.
आरोपी ने सोशल मीडिया पर किया था पोस्ट और फिर फंस गया पीड़ित
सदन थाना पुलिस निरीक्षक अजय कुमार ने इस पूरे मामले की जानकारी दी. वारदात की पुष्टि करते हुए बताया कि पीड़ित परिवार ने शिकायत दर्ज करवाई थी. पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पड़ताल की तो सामने आया कि नागौर के बाराणी गांव निवासी शंकर पुत्र ओमाराम नायक ने फेसबुक पर लोन के लिए सोशल पोस्ट कर रखा था. जिसमें आधार कार्ड से लोन की सुविधा देने की बात कही थी और साथ ही उसमें संपर्क करने के लिए भी कहा गया था. जिसके झांसे में पीड़ित भी आ गया.
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