Rajasthan News: अजमेर जिले के एक युवक पर आर्मी में नौकरी करने का ऐसा जुनून चढ़ा कि उसने अपना ही डेथ सर्टिफिकेट बनवाकर आर्मी में नौकरी के लिए आवेदन कर दिया. और उससे नौकरी भी मिल गई. लेकिन मामला सामने आने के बाद अब उसे सेना से बर्खास्त कर दिया गया है. सेना की शिकायत पर अजमेर के बांदरसिंदरी थाने में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. दरअसल फर्जी दस्तावेज के आधार पर नौकरी लेने वाले युवक मोइनुद्दीन ने अपना फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार करवाया और बाकी फर्जी दस्तावेज तैयार करवाकर एक बार फिर से दसवीं की परीक्षा दी और सेना में भर्ती हो गया. मोइनुद्दीन ने अपने दस्तावेज मोहिन सिसोदिया के नाम से तैयार करवाए थे.
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
बांदरसिंदरी थानाधिकारी प्रभातीलाल जाट ने बताया कि आर्मी को ‘साली’ गांव के निवासी ‘गफूर खान’ ने एक परिवाद भेजा. जिसमें बताया कि राजपूताना राईफल्स में 20 जुलाई 2021 को भर्ती ‘काकनियावास’ निवासी ‘मोहिन सिसोदिया’ ने फर्जी दस्तावेज तैयार करके यह नौकरी प्राप्त की है. मोहिन सिसोदिया ही मोईनुद्दीन है. जिसकी वास्तविक जन्मतिथि 6 नवम्बर 1998 है. उसने 2013 में दसवीं की परीक्षा दी थी. इसके बाद उसने अपने आप को मोहिन सिसोदिया बताकर 6 नवम्बर 2001 की जन्मतिथि से फर्जी दस्तावेज तैयार करवा लिए और वर्ष 2019 में वापस दसवीं की परीक्षा दी. साथ ही सेना भर्ती की परीक्षा दी और जुलाई 2021 में सेना में राजपूताना राईफल्स के पद पर चयनित भी हो गया.
सेना ने जांच की तो सामने आया सच
परिवाद पर सेना ने अपने स्तर पर जांच की तो उसमें भी शिकायत सही पाई गई. आरोपी मोहिन सिसोदिया ने फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र पेश किया और उसके पिता मोहम्मद नूर ने भी उसके तीन संतान होने और मोइनुद्दीन के 10 अगस्त 2019 को मृत्यु होने की जानकारी दी. साथ ही इसका मृत्यु प्रमाण पत्र भी पेश किया. सरपंच से भी फर्जी सर्टिफिकेट बनवाकर पेश किए गए. सेना की ओर से जांच में जब गोपनीय रूप से लोगों के बयान लिए तो उसमें सारी हकीकत सामने आ गई. सेना की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है. बांदरसिंदरी थानाधिकारी जाट ने बताया की सेना की शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच की जा रही है.
कंटेंट: चंद्रशेखर शर्मा