Rajasthan news: यूरोप में समुद्र किनारे बिकनी गर्ल के साथ घाघरा-लुगड़ी में घूमती एक महिला वायरल हुई थी. वायरल वीडियो देख लोगों ने भारतीय पोशाक व संस्कारों के लिए इनकी सराहना की थी. दरअसल यह महिला यूरोप के माल्टा में पोस्टेड भारतीय विदेश सेवा (IFS) के अधिकारी लोकेश मीणा की पत्नी धोली मीणा हैं. जो राजस्थान के दौसा जिले की रहने वाली हैं. समुद्र किनारे बिकनी गर्ल के साथ सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से फेमस हुई थी. धोली मीणा इंस्टाग्राम, फेसबुक पर खूब सक्रिय है. उनके ठेठ देसी अंदाज की रील्स को काफी पसंद किया जाता है. सोशल मीडिया पर इनके काफी फॉलोवर है.
राजस्थान तक के साथ धौली मीणा ने खास बातचीत की. इस दौरान धौली मीणा ने बताया कि मैं यहां अपने गांव और देश को मिस करते हूं, खासकर राजस्थान को बहुत याद करती हूं. उन्होंने कहा कि मैं पहली बार विदेश जाने के लिए बहुत उत्साहित थी. इससे पहले कभी हवाईजहाज में नहीं बैठी थी.
मुझे अंग्रेजी भी नहीं आती थी. सबसे पहले अफ्रीका गई, यहां भाषा की ज्यादा परेशानी नहीं हुई और कुछ दिन बाद यूरोप चले गए. वहीं पहनावे को लेकर कहा कि ये आप के ऊपर निर्भर है कि आप क्या पहनते हैं. मुझे पारंपरिक घाघरा-लुगड़ी पहनना पसंद है. जो यूरोप में भी पहनती हूं. यूरोप में अंग्रेजी को लेकर दिक्कत हुई. फिर थोड़ी थोड़ी अंग्रेजी सीख ली, जिससे यहां रहना कंफर्ट लगने लगा.
पहली बार बिकनी गर्ल्स के साथ हुए वायरल वीडियो पर बोली कि मुझे तो पता भी नहीं था कि मैं ऐसे वायरल हो गई. 60-70 लाख व्यूज आने पर पता चला लेकिन मुझे अच्छा नहीं लगा वायरल होना. बाद में देखा कि मेरे वीडियो पर न्यूज आने लगी. फिर देखी तो अच्छे-अच्छे कमेंट्स आने लगे. बता दें लोगों ने विदेश में घाघरा-लुगड़ी के पहनावे को लेकर धौली की तारीफ की थी. लोगों ने कहा कि एक महिला विदेश में भारतीय संस्कृती और संस्कारों को बचा रही है.
धौली ने कहा कि अब यूरोप (माल्टा) के लोग उनके पहनावे की बहुत तारीफ करते हैं. तो मुझे और अच्छा लगता है. वहीं जब बच्चों को वीडियो का पता चला तो एक बेटी को अच्छा लगा और एक को नहीं. 8 वीं तक पढ़ी धौली ने कहा कि मैंने विदेश जाने का तो कभी सोचा भी नहीं था. दिल्ली का भी नाम ही सुना था. लेकिन नहीं सोचते वो भी हो जाता है. यहां भाषा को लेकर दिक्कत आई, जो अब मैंने सीख ली है. दिनभर बच्चों के बिजी रहती हूं. वहीं आगे की पढ़ाई के सवाल पर धौली ने कहा कि अब पढ़ाई पूरी नहीं करूंगी, मेरा दिमाग पढ़ाई में कम ही चलता है.
दाल-बाटी-चूरमा और गट्टे की डिश बनाने की है शौकीन
मैं दाल-बाटी-चूरमा और गट्टे की डिश बनाती हूं. यहां रहने वाले भारत के कई छात्रों ने मुझे मैसेज किए की हमें भी राजस्थानी खाना है. मैंने उनको घर बुलाकर खाना खिलाया और रील भी बनाई. इसके अलावा भी कुकिंग का शौक है. पति मेरा पूरा सपोर्ट करते हैं.
वायरल काकी के नाम से हैं फेमस
धौली ने कहा कि सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद लोगों ने ये नाम रख दिया. वहीं वीडियो पर पति ने सपोर्ट करते हुए कहा सब लोग तारीफ ही कर रहे हैं. फिर घबरा क्यों रही हो. मेरे दो छोटे भाई हैं उन्होंने भी मुझे सपोर्ट किया, वो तो मुझे रील बनाने के बारे में भी बताते हैं. परिजनों ने भी खूब सपोर्ट किया. कहा कि अपने देश और संस्कृति अच्छी लगती है.
समाजसेवा करना अच्छा लगता है, दहेज प्रथा से है नफरत
मुझे जरूरतमंदों की सेवा करना अच्छा लगता है. मैंने गरीबों को कंबल बांटे हैं और भी जरूरी मदद करती हूं. मैंने लोगों से भी कहा है कि किसी की मदद करनी हो तो मुझे बताना. मैं हेल्प करूंगी. ये सब मैंने अपने पापा से सिखा है. वहीं राजस्थान में प्रचलित दहेज प्रथा से नफरत है. मैं अपील करती हूं कि सभी दहेज लेना-देना बंद करें. कई परिजन दहेज के कर्ज से परेशान होकर सुसाइड तक कर लेते हैं. तो इस सिस्टम को खत्म करना चाहिए.
यहां देखें इस धौली मीणा के साथ बातचीत का वीडियो