Dholpur News: धौलपुर जिले के डॉ. मंगल सिंह चिकित्सालय में बुधवार को एक मरीज का फर्जीवाड़ा सामने आया हैं. यूपी का रहने वाला मरीज अपना नाम-पता बदल कर मुख्यमंत्री की निशुल्क इलाज योजना के तहत चिकित्सालय में भर्ती हुआ. मरीज ने पर्ची में अपनी उम्र ज्यादा लिखा दी, जब बुधवार को ऑपरेशन के दौरान उसकी जांच की गई तो उसकी उम्र कम पाए जाने पर फर्जीवाड़ा सामने आ गया. मरीज यूपी के फिरोजाबाद जिले का रहने वाला था और पर्ची में धौलपुर जिले के बसेड़ी उपखंड के ताजपुरा का होना दर्शाया गया. मामले में चिकित्सालय में तैनात एक वार्ड बॉय की मिलीभगत से यूपी के मरीज को निशुल्क इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था. मरीज की उम्र संदिग्ध होने पर पीएमओ डॉ. समरवीर सिंह सिकरवार ने मामले की जांच की, जिसमें फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ हैं. पीएमओ ने तुरंत कार्रवाई करते हुए वार्ड बॉय की सेवाएं समाप्त कर दी हैं.
चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. समरवीर सिंह सिकरवार ने बताया कि बुधवार को एक 59 वर्षीय महिला लीना पत्नी रामविलास निवासी ताजपुरा बसेड़ी को पित्त की थैली के ऑपरेशन के लिए ऑपरेशन थिएटर में लाया गया था. महिला मरीज को जब एनेस्थीसिया दिया जा रहा था, तब उसकी उम्र करीब 30 से 32 साल के आस-पास होने की जानकारी हुई. मरीज के पर्चे पर दर्ज उम्र और वास्तविक उम्र के बीच अंतर देखकर जब मामले की जांच की तो पता चला कि अस्पताल में प्राइवेट कंपनी द्वारा लगाए गए वार्ड बॉय रामगोपाल की मदद से उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले की रहने वाली महिला बर्फी देवी का नाम और पता बदलकर उसे राजस्थान का मूल निवासी बताया गया था.
जिसे ऑपरेशन के लिए डॉ. मंगल सिंह चिकित्सालय में भर्ती कराया गया. ऑपरेशन के दौरान उत्तर प्रदेश के मरीज को राजस्थान का बताकर निशुल्क ऑपरेशन कराने वाले लोगों के खिलाफ पीएमओ ने अस्पताल पुलिस चौकी के सुपुर्द कर दिया हैं और वार्ड बॉय रामगोपाल की सेवाएं समाप्त करने के लिए कम्पनी को लिखा गया हैं. पीएमओ सिकरवार ने बताया कि जिला अस्पताल में यूपी के मरीज निशुल्क इलाज कराने के लिए राजस्थान के रहने वाले लोगों के आधार कार्ड पर इलाज कराने के लिए धौलपुर आ जाते हैं, जिनकी मदद करने वाले लोगों पर भी नजर रखी जायेगी.