पाली: मौसमी बिमारियों के चलते एक बेड पर दो बच्चे, फिर कैसे जीतेंगे कोरोना से?
Pali: देश में एक बार फिर कोरोना संक्रमण का अलर्ट. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील कर रहा हैं. वहीं इस समय पाली में मौसमी बिमारियों का प्रभाव है. जिसके चलते जिले के बागड़ अस्पताल में लगातार मरीजों की भीड़ बढ़ रही है. सर्दी, जुकाम, बुखार के मरीजों की लंबी […]
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Pali: देश में एक बार फिर कोरोना संक्रमण का अलर्ट. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील कर रहा हैं. वहीं इस समय पाली में मौसमी बिमारियों का प्रभाव है. जिसके चलते जिले के बागड़ अस्पताल में लगातार मरीजों की भीड़ बढ़ रही है. सर्दी, जुकाम, बुखार के मरीजों की लंबी लाइन लग रही है. यहां पर रोजाना 2 हजार के लगभग रोगी ओपीडी में पहुंच रहे हैं. इन मरीजों में सबसे ज्यादा संख्या बच्चों की है.
वहीं कोरोना अलर्ट के बावजूद शिशु वार्ड में भर्ती मासूम लापरवाही का शिकार हो रहे हैं. अस्पताल में एक बेड पर दो या अधिक बच्चों का इलाज किया जा रहा है. यही हाल जनरल वार्ड का है. बताया गया कि कुछ वार्ड में मरम्मत कार्य हो रहा है. जबकि पिछले एक महीने से ऐसे हालत नजर आ रहे हैं. वहीं अलर्ट के बाद भी अस्पताल में बिना मास्क के लोग घूम रहे हैं. ऐसे में जब सामान्य बिमारी में ही अस्पताल के ऐसे हालात हैं तो कोरोना संक्रमण की स्थिति से कैसे निपटा जाएगा? यह बड़ा सवाल है.
पाली में पिछले दो दिन से वैक्सीन उपलब्ध नहीं होने से वैक्सीनेशन सेंटर बंद रहे. अब कोरोना अलर्ट के बाद लोग वैक्सीन की जानकारी लेते नजर आए. वहीं प्रशासन का कहना है कि कोरोना वार्ड में अस्पताल प्रबंधक पूरी तरह से तैयारी में जुटा है. वार्ड में ऑक्सीजन कंसट्रेक्टर के साथ अन्य उपकरण लगाए गए हैं. जिसकी पाली अस्पताल के प्रबंधक ने जांच भी की हे और दवा का स्टॉक भी उपलब्ध है.
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कोरोना को लेकरअस्पताल में तैयारी पूरी कर ली गई है. अभी ओपीडी में सर्दी-जुकाम के करीब दो हजार मरीज आ रहे हैं. बच्चों के वार्ड का काम होने से एक बेड पर दो बच्चे हैं. लेकिन ऐसी कोई बड़ी बात नहीं है. जल्द ही काम पूरा होने पर समस्या दूर हो जाएगी.
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