Rajasthan News: फिलहाल राजनीति से रिटायरमेंट लेने का कोई मेरा ईरादा नहीं है, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ये बात तब सरकार का आखिरी बजट पेश करने से पहले कही. इसी साल चुनाव है और इस लिहाज से इस बजट को वे खुद गेम चेंजर मान रहे हैं. तो वहीं एक मीडिया समूह को दिए इंटरव्यू के मुताबिक गहलोत ने दावा किया कि राजस्थान में इस बार कांग्रेस 30 साल पुराना इतिहास बदलेगी. क्योंकि इस बार एंटी-इनकम्बेंसी है. उन्होंने कहा कि इसी के चलते 9 में से 7 उपचुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल की. वहीं उन्होंने साफ कर दिया है कि फिलहाल राजनीति से रिटायरमेंट लेने का उनका कोई इरादा नहीं है.
राजनीतिक विशेषज्ञों के मुताबिक 25 सितंबर को जो कुछ घटनाक्रम कांग्रेस की राजनीति में सामने आया और उसके बाद बगावत करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होना अहम है. ये इस बात का संकेत देता है कि पार्टी नेतृत्व मजबूती के साथ कोई निर्णय करने की स्थिति में नहीं है. यही नहीं राजस्थान पर्यटक विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़, स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल और जलदाय मंत्री डॉ. महेश जोशी भी पहले से अधिक सक्रिय हुए हैं.
फिलहाल 26 जनवरी तक भारत जोड़ो यात्रा चल रही है. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी इसमें व्यस्त हैं. राजनीतिक लिहाज से कोई फैसला इस बीच होना संभव नजर नहीं दिख रहा. तो वहीं राजनैतिक विशेषज्ञ श्यामसुंदर शर्मा का कहना हैं कि प्रदेश में जनवरी के माह में होने वाली विभिन्न राजनीतिक गतिविधियों से ऐसा लगता है कि सीएम गहलोत अपनी राजनीतिक हैसियत को बढ़ाने के लिए कुछ कदम उठा रहे हैं. वह यह बताना चाहेंगे कि उनके बिना पार्टी की नैया पार लगाना संभव नहीं हो पाएगा.
उन्होंने विभिन्न स्तर पर अपने आपको मजबूत दिखाने के लिए कई प्रकार के प्रयास शुरू किए हैं. दूसरी ओर प्रभारी रंधावा ने यह भी दावा किया था कि वे सीएम गहलोत और पायलट के बीच चल रहे राजनीतिक विवाद को भी खत्म करा देंगे. सभी को इंतजार है कि यह अवसर कब आएगा और राजनीतिक मतभेद कैसे दूर होंगे अभी तो पहली बनी हुई है।
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