Rajasthan Politics: धौलपुर के मंडरायल में अशोक गहलोत अमित शाह और गजेन्द्र सिंह का नाम लेकर सचिन पायलट और उनके करीबी विधायकों पर बेहद गंभीर आरोप लगाते हैं, लेकिन उसके कुछ घंटे बाद ही उन्हीं रमेश मीणा के साथ करौली में मंच पर बैठे दिखते हैं, जो रमेश मीणा सचिन पायलट के साथ 2020 में मानेसर चले गए थे.
अब सीएम गहलोत पर सवाल उठ रहे हैं कि अगर रमेश मीणा ने अमित शाह से पैसे लिए थे, और आप ये बात जानते थे तो फिर आपने उन्हें मंत्री क्यों बनाया. आपने रमेश मीणा से क्यों नहीं कहा कि अमित शाह के पैसे लौटा दो. कहीं ऐसा तो नहीं कि आपने मंत्री पद देकर रमेश मीणा से पाला बदलवा लिया था.
केवल रमेश मीणा ही क्यों, ऐसे कई विधाययक हैं जो पहले बागी थे. फिर बाद में उन्हीं को मंत्री वाला ताज पहनाकर सीएम गहलोत ने अपने पक्ष मे कर लिया. अब सवाल उठ रहे हैं कि सीएम गहलोत ने उन्हीं विधायकों को मंत्री बना दिया जो मानेसर जाकर आए थे.
If Shah gave money to topple the government then why did Gehlot make a ministerial deal