राहुल गांधी के साथ गहलोत और पायलट दिखे एक ही टेबल पर, चाय पर चर्चा भी हुई, जानें

शरत कुमार

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Bharat Jodo Yatra: लंबे अरसे के बाद राजस्थान की सियासत में वो तस्वीर देखने को मिली जिसका लोगों को इंतजार था. भारत जोड़ो यात्रा के तीसरे दिन सुबह 6 बजे कोटा के दर्रा स्टेशन से शुरू हुई यात्रा लाडपुरा विधानसभा में एक किसान के घर करीब 10 बजे रुकी. यहां राहुल गांधी ने किसान के घर पर ही टी ब्रेक लिया. इस दौरान उनके साथ सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम पायलट के अलावा रणदीप सुरजेवाला, धीरज गुर्जर और राम लाल जाट समेत कई नेता थे. घर को दूर से ही सुरक्षाकर्मियों ने घर रखा था. बस घर की छत तक राजस्थान तक के कैमरे की आंखें पहुंच सकीं. वहां बाकी नेता खड़े होकर चाय पीते दिखे पर राहुल गांधी, अशोक गहलोत और सचिन पायलट एक टेबल पर चाय की चुस्कियां लेते देखे गए.

टेबल पर लगी महज 3 कुर्सियों पर ये तीनों नेता चाय के साथ बातें कर रहे थे. राहुल कुछ पूछते और ये ये जवाब देते. बीच-बीच में राहुल कुछ समझाते हुए भी देखे गए. इस टेबल पर एक और कुर्सी थी जिसे हटा दिया गया. मसला साफ था. राहुल गांधी के साथ पायलट और गहलोत को ही चाय पर चर्चा करनी थी.

हाल में राजस्थान की सियासत में हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद इस तस्वीर के अलग मायने हैं. चूंकि राजस्थान में गुटबाजी और बयानबाजियों के दौर के बीच जनता ये देखना चाहती थी कि राहुल के साथ कब ये दोनों नेता बैठेंगे और राजस्थान की सियासत के लिए पुख्ता फैसला लिया जाएगा. कुल मिलाकर राजस्थान का ऊंट किस करवट बैठेगा?

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बयानबाजियां बंद की, गुटबाजी नहीं?
भारत जोड़ो यात्रा से पहले कांग्रेस महासचिव वेणुगोपाल का आना और दोनों नेताओं से मिलकर बेहद तल्ख अंदाज में बयानबाजियों पर कार्रवाई का इशारा देने से भले ही ये द्वंद्व थम गया हो पर रुका नहीं लगता है. अब सबको राजस्थान में 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद फेसवार की पटकथा के अंत की उत्कंठा है. कोई सचिन को राजस्थान का पायलट बनाने के लिए बेकरार है तो कोई गहलोत के अनुभवों को ही यहां की सियासत के लिए उपयुक्त मान रहा है.

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इस बार सजग दिखे गहलोत
यात्रा के दूसरे दिन झालावाड़ में शाम को राहुल गांधी चंडी देवी के घर टी ब्रेक पर रुके और गहलोत सरकार की पोल खुल गई. राहुल ने अंधेरे में डूबा चंडी देवी का घर देख पूछ लिया- लाइट नहीं है? चंडी देवी ने बताया कि पिछले 15 सालों से वो बिजली के आने का इंतजार कर रही हैं. फाइल को लगे डेढ़ साल हो गए पर कनेक्शन नहीं मिल पाया. इसके लिए रिश्वत भी दे चुकी हैं. ये सब सुन सीएम गहलोत ने तुरंत जयपुर फोन किया और जो काम 15 साल में न हो सका वो महज 1 घंटे में हो गया. वहीं इस बार टीम ब्रेक से पहले ही गहलोत किसान के घर पहुंच गए और इस बात से पक्का हो लिए कि कहीं कोई दिक्कत तो नहीं है.

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यहां देखिए चाय पर चर्चा का वीडियो… 

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