Jaipur News: जयपुर से 20 नवंबर को गायब हुई कांग्रेस के पूर्व राज्यमंत्री गोपाल केसावत की बेटी ‘अभिलाषा’ को अहमदाबाद से बरामद कर लिया गया है. जयपुर कोर्ट में पेशी के बाद उसने पिता के साथ जाने से इंकार कर दिया. अभिलाषा ने कहा कि वह दिल्ली जाकर पढ़ाई करना चाहती है. 22 साल की अभिलाषा केसावत को पुलिस ने बालिग होने की वजह से अपनी मर्जी से जिंदगी जीने के लिए आजाद कर दिया है.
जयपुर से 20 नवम्बर की शाम लापता हुई अभिलाषा अपने घर से सब्जी लेने के लिए निकली थी. जिसके बाद अभिलाषा ने अपने पिता को फोन कर जानकारी दी कि कुछ लड़के मेरा पीछा कर रहे हैं. आप मुझे बचा लो. उसके बाद से अभिलाषा का फोन ऑफ हो गया था. इसके बाद लापता हुई बच्ची के पिता कांग्रेसी नेता गोपाल केसावत ने प्रताप नगर थाने में किडनैपिंग का मुकदमा दर्ज कराया था.
पुलिस ने बताया कि हमारी टीम तकनीकी आधार पर अभिलाषा का पता लगा रही थी. इसी दौरान हमें जानकारी मिली कि अभिलाषा अहमदाबाद के पास बोपल में ठहरी हुई है. इसके बाद पुलिस ने अभिलाषा को अहमदाबाद से बरामद कर लिया.
अहमदाबाद में वह टोंक के 24 साल के वसीम अकरम के घर पर मिली. पुलिस ने अहमदाबाद से अभिलाषा के साथ वसीम अकरम को भी पकड़कर जयपुर लेकर पहुंची. मगर कोर्ट में अभिलाषा ने कहा कि वसीम की कोई गलती नहीं है. इसके बाद पुलिस ने वसीम को छोड़ दिया. अभिलाषा ने कोर्ट में कहा कि वह बिना बताए उसके पास रखने के लिए गई थी.
बता दें वसीम और अभिलाषा की दोस्ती 4 साल पहले हुई थी. जयपुर में पढ़ाई के बाद वह दिल्ली में पढ़ाई के लिए गार्गी कॉलेज चली गई. और वसीम पढ़ाई छोड़कर अहमदाबाद की एक सैलून में काम करने लगा. पुलिस के मुताबिक वसीम अकरम के पास जाने के लिए अभिलाषा ने खुद के अपहरण की प्लानिंग की. जयपुर के NRI सर्किल पर अपनी स्कूटी खड़ा कर वह बस से अहमदाबाद के लिए निकल गई थी. और वह वसीम अकरम के अहमदाबाद के सैलून के ही कमरे में जाकर रह रही थी.
अभिलाषा दिल्ली मैं BA आनर्स की तृतीय वर्ष की छात्रा है. और वहाँ पर स्टूडेंट लीडर भी है. गार्गी कॉलेज के छात्र संघ में कोषाध्यक्ष भी है. कोर्ट में अभिलाषा ने कहा कि वह पिता के पास नहीं जाना चाहती हैं और अपने दम पर अपनी पढ़ाई कर आगे बढ़ना चाहती है. वह अपने आगे की ज़िंदगी अपने अनुसार जीना चाहती है. कोर्ट ने पुलिस को आदेश दिया कि अभिलाषा के इच्छा के अनुसार काम किया जाए. गौरतलब है कि 20 नवंबर की शाम अपनी बेटी की अपहरण के बाद कांग्रेस के पूर्व मंत्री गोपाल केसावत धरने पर बैठ गए थे.