Jaisalmer News: जैसलमेर से लगती पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास स्थित 1200 साल पुराने तनोट मातेश्वरी मंदिर का नए सिरे से जीर्णोद्धार के लिए शनिवार को विधिवत भूमि पूजन सम्पन्न हुआ. कार्यक्रम में सेक्टर नाॅर्थ के डीआईजी असीम व्यास ने इस भूमि पूजन के कार्यक्रम को सम्पन्न करवाया. इस दौरान बीएसएफ के सेक्टर कमांडेन्ट लोकेश कुमार, 92 बीएसएफ कमाण्डेंट संजय चैहान, कमांडेन्ट 166 बीएसएफ वीपी सिंह सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि व स्थानीय लोग मौजूद थे.
बीएसएफ के अधिकारिक सूत्रों के अनुसार असल में 1965 के भारत-पाक युद्व के बाद तनोट माता का यह प्राचीन मंदिर काफी जीर्णशीर्ण हुआ था. उस समय इसके पुर्नद्वार कार्यक्रम के तहत तनोट माता की कई प्राचीन मूर्तियां निकली थी. उसी स्थान पर तनोट माता के नए प्रस्तावित मंदिर का भूमि पूजन कार्यक्रम सम्पन्न हुआ. इसके शिलापूजन का कार्यक्रम आगामी 22 मई को सम्पन्न होगा.
गौरतलब है कि भारत-पाक सरहद पर भारत की रखवाली करने वाली तनोट माता जिन्हें थार की वैष्णो देवी, सैनिकों की देवी और रुमाल वाली देवी के नाम से भी जाना जाता है. जहां प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में भक्त व पर्यटक यहां आते हैं. जिसमें राजस्थान के साथ ही भारत के अन्य राज्यों से भी यहां लोग आकर माता के धोक लगाते हैं और मनोकामना मांगते हैं. वहीं, इस माता के मंदिर की पूजा-अर्चना का पूरा जिम्मा बीएसएफ के जवानों के कंधों पर हैं.
Jaisalmer: A grand temple of Tanot Mata is being built under the supervision of BSF!