जैसलमेर: सीमा के पास निर्माण कार्य पर BSF ने जताया ऐतराज, धार्मिक कार्यक्रम होने पर भी जताई आपत्ति

विमल भाटिया

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जैसलमेर से लगती भारत पाक सीमा के निकट मांडला क्षेत्र में एक धार्मिक स्थल के एक्सटेंशन के निर्माण कार्यों को सीमा सुरक्षा बल द्वारा रूकवाया गया है, इस संबंध में उच्चस्तर पर अधिकारियों को विस्तृत रिपोर्ट भी भेजी गई है. इसके अलावा जिला कलेक्टर को भी बी.एस.एफ द्वारा एक पत्र लिखकर इस निर्माण कार्यों पर अपनी आपत्ति जाहिर की है. वहीं दूसरी तरफ सीमाजन कल्याण समिति ने भारत-पाक अंतराष्ट्रीय सीमा के निकट मांधला गांव में इसी धार्मिक स्थल पर प्रस्तावित सामाजिक धार्मिक आयोजन में बिना वैध अनुमति के भारी संख्या में पहुंच रहे लोगों को सीमा सुरक्षा की दृष्टि से प्रतिकूल बताते हुए प्रस्तावित आयोजनों की अनुमति को निरस्त करवाने की मांग रखी है.

सीमाजन कल्याण समिति के जिला मंत्री भूरसिंह बीदा ने इस संबंध में जिला कलक्टर को एक ज्ञापन प्रेषित कर अवगत कराया है कि जिला प्रशासन द्वारा घोषित कर्फ्यू का स्वयं उपखण्ड अधिकारी द्वारा उल्लंघन किया जा रहा है. उपखण्ड अधिकारी जैसलमेर द्वारा मांधला में आयोजित कार्यक्रम की अनुमति दिये जाने में जिला मजिस्ट्रेट के आदेश एवं क्रिमिनल अमेंडमेंट एक्ट 1961 के निर्धारित कानूनों की पालना नहीं की गई है.

उन्होंने आगे बताया कि अंतराष्ट्रीय बॉर्डर पर अधिसूचित थाना क्षेत्र के अलावा बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक होने के बावजूद अनुमति पत्र में इसका कोई उल्लेख नहीं किया गया है. उपखण्ड अधिकारी जैसलमेर ने अंतराष्ट्रीय सीमा से सटे सबसे नजदीकी गांव में होने जा रहे कार्यक्रम में भारी संख्या में बाहरी लोगों के पहुंचने की संभावनाओं के बावजूद सीमा सुरक्षा बल को किसी भी प्रकार के विश्वास में नहीं लिये जाने एवं संबंधित बल के अधिकारियों को सूचित भी नहीं किये जाने से राष्ट्र सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं. जबकि सीमा के इतने निकट होने जा रहे कार्यक्रम की अनुमति देना उपखण्ड अधिकारी के क्षेत्राधिकार में भी नहीं है.

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सीमाजन कल्याण समिति ने सुरक्षा संबंधी खतरों को दृष्टिगत रखते हुए उपरोक्त कार्यक्रम को निरस्त किये जाने और भविष्य में बॉर्डर पर ऐसे आयोजनों पर प्रतिबंध लगाये जाने की मांग जिला कलेक्टर से की है. वहीं दूसरी तरफ सीमा सुरक्षा बल ने इस धार्मिक स्थल जो कि अन्तर्राष्ट्रीय सीमा पर मात्र 3 कि.मी. की दूरी पर हैं पर प्रस्तावित स्कूल, डिस्पेंसरी, सभा भवन आदि के निर्माणों पर गहरी आपत्ति दर्ज कराते हुए कार्य को रूकवाया गया है.

सीमा सुरक्षा बल के एक उच्चधिकारी ने बताया कि इस क्षेत्र में किसी प्रकार की आबादी नहीं है. केवल साल में 3-4 दफे धार्मिक कार्यक्रम आयोजित होते है. ऐसे में इस प्रकार के निर्माण कार्य का कोई औचित्य नहीं है. तथा इन निर्माण कार्यों के संबंध में न तो सीमा सुरक्षा बल से अनुमति ली गई थी और न ही उन्हें कोई सूचना दी गई थी. इस प्रकार के सीमा के निकट बगैर अनुमति निर्माण कार्य राष्ट्र की सुरक्षा को खतरा हो सकता है. इस मामले के संबंध में उच्चधिकारियों को सूचित किया गया हैं व जिला कलेक्टर से भी आग्रह किया गया हैं कि इस प्रकार के बगैर अनुमति निर्माण कार्यों के संबंध में सीमा सुरक्षा बल को भी सूचित करवाने की अनुकंपा करेंगे.

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