जालोर: दो दलित नाबालिगों का शव नहर में मिला, सुसाइड नोट में लिखी थी हैरान कर देने वाली बात

Naresh Bishnoi

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Jalore: जालोर जिले के सांचौर में बुधवार को परिवादी द्वारा उनकी भतीजी और भांजी के अपहरण होने का मामला दर्ज करवाया गया. रिपोर्ट के अनुसार उसके गांव में जल जीवन मिशन योजना के तहत घर-घर नल लगाने वाले एक कंपनी के श्रमिकों ने उनकी भतीजी व भांजी को घर से बहला फुसलाकर अपहरण करने की शिकायत दर्ज करवाई. पुलिस ने मामले में तत्परता से रिपोर्ट दर्ज कर पलादर गांव में कंपनी की साइड पर दबिश देकर 4 लोगों से पूछताछ की. उन्होंने दोनों नाबालिगों को बाइक पर सिध्देशवर की सरहद में मुख्य नर्मदा कैनाल पर छोड़ने की बात कही. पुलिस ने घटनास्थल पर मौका मुआवना किया तो थोड़ी दूर एक नाबालिग व दूसरी का 15 किलोमीटर दूर शव नहर मे तैरता मिला.

पुलिस ने SDRF टीम के सहयोग से दोनों शवों को बाहर निकालकर राजकीय अस्पताल सांचौर की मोर्चरी में रखवा दिया है. पुलिस की सूचना के बाद जाति विशेष के लोग उपखंड मुख्यालय के आगे धरने पर बैठकर मुआवजे, सरकारी नौकरी और इंसाफ की मांग करने लगे. धरना स्थल पर सांचौर के विधायक व राज्य मंत्री सुखराम विश्नोई, भाजपा के प्रदेशउपाध्यक्ष नारायणसिंह देवल, जिला प्रमुख राजेश राणा, पूर्व विधायक जीवाराम चौधरी, भाजपा नेता दानाराम चौधरी, भाजपा महिला मोर्चा की शाला विश्नोई धरना स्थल पर पहुंचे. उपखंड अधिकारी संजीव कुमार खेदर व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दशरथसिंह ने परिजनों व धरने पर बैठे लोगों से समझाइश कर शवों का पोस्टमार्टम करने की सहमति ली और तीन सदस्यीय मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम करवाया.

पोस्टमार्टम के दौरान मिला सुसाइड

पुलिस की मौजूदगी मे मेडिकल बोर्ड से जैसे ही पोस्टमार्टम प्रक्रिया शुरू की तो एक नाबालिग के जीन्स की जेब मे एक पॉलीथिन समेटा एक कागज मिला जो पानी से गिला हो चुका था. पुलिस ने सुखाकर उसको देखा तो वो एक सुसाइड नोट था, जिसमें नाबालिगों ने लिखा की ‘सॉरी मम्मी-पापा हमें माफ करना, हम मर गई हैं. हमारे नानाणी व मामा मुझे बार-बार परेशान करते हैं और मेरे से गलत काम करवाते हैं. मेरे मामा एक तांत्रिक है, जो मेरा भविष्य देखकर, मेरा भविष्य अधंकार मे बता रहे हैं कि अगर मेरे मुताबिक शादी नहीं की तो आपके साथ अच्छा नहीं होगा’.

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जांच में जुटी है पुलिस

पुलिस ने सुसाइड नोट को अपने कब्जे मे लेकर उसकी हर पहलू पर जांच कर रही है. दूसरी नाबालिग के पास एक पैन भी मिला है, पुलिस सुसाइड नोट के फिंगर प्रिंट लेकर भी जांच के लिए भेजा है. पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी आना बाकी है, रिपोर्ट आने के बाद तय हो पाएगा कि उनके साथ रेप की घटना हुई है या नहीं प्रथम दृष्ट्या पुलिस ने बताया कि उनके बॉडी पर कोई चोट के निशान नहीं थे. और पानी मे डूबने से मौत हुई पाया गया है.

20 लाख रुपए की आर्थिक मदद

सुसाइड नोट मिलने के बाद पुलिस व प्रशासन ने मंत्री सुखराम बिश्नोई विधायक नारायणसिंह देवल की मौजदूगी मे परिजनों से बात कर निष्पक्ष जांच करने का भरोसा देकर परिवार को 20-20 लाख आर्थिक मदद करने का आश्वासन देकर धरना समाप्त करवाया.

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गिरफ्तार किए आरोपी ने बताई यह बात

सांचौर पुलिस थाने में हिरासत में लिए गए दो संदिग्धों से इस प्रकरण पर पूछा तो सुरेश ने बताया कि गाव में घर-घर नल लगाने के दौरान सम्पर्क में आई एक नाबालिग ने उससे 24 अप्रैल रात को 10 बजे फोन करके बताया कि आप हम दोनों बहनों को सिद्धेश्वर नहर के पास छोड़ दीजिए.

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वहां पर मेरा मंगेतर मुझे लेने आएगा और मैं उनके साथ भागना चाहती हूं. क्योंकि मुझे मेरा मामा दूसरी जगह भेजना चाह रहा है. सुरेश ने उक्त दोनों नाबालिगों को सांचौर होते हुए सिद्धेश्वर सरहद में नहर के पास छोड़कर बोला आपका मंगेतर कहां है तो वो बोली कि आप चले जाइए. वो आ जाएगा लेकिन सुरेश ने दबाव देकर कहा कि आप मेरे साथ आई हैं, ऐसे कैसे चला जाऊं तो उन्होंने बोला कि हम अपने मामा से परेशान होकर सुसाइड करने के इरादे से आई हैं आप चले जाइए.

सुरेश ने आगे बताया कि मैं डर के मारे आकर प्लांट पर सो गया. और सुबह जैसे ही मेरे साथ जाने कि सूचना परिवार को मिली तो परिजनों ने आकर मेरी पिटाई शुरू की और पुलिस को बुलाकर उनके हवाले कर दिया. हालांकि इस पूरे घटनाक्रम पर दोनों नाबालिगों के परिजनों व मामा से बात करनी चाही तो उन्होने अपना पक्ष रखने से साफ मना कर दिया.

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