Rajasthan News: करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्र सिंह कालवी पंचतत्व में विलीन हुए. लोकेंद्र सिंह कालवी ने करणी सेना का गठन किया था. जिसका उद्देश्य राजपूतों को एकसूत्र में बांधना था. करणी सेना ने राजपूत समाज पर आधारित फिल्मों और सिरियल में कथित तौर पर इतिहास के अपमान को लेकर कई बार जमकर विरोध भी किया. साल 1993 में पहली बार लोकेन्द्र सिंह कालवी ने राजपूत आरक्षण की बात उठाई थी.
लंबी कद काठी और राजपूती लिबास में रहने वाले और खून से इतिहास लिखने का दावा करने वाले ये शख्स लोकेंद्र सिंह कालवी. जब भी जहां जाते तो अपनी जुबां से जज्बात और जुनून पैदा कर लोगों का ध्यान अपनी ओर कर लेते थे. कहा जाता है की वे अच्छे निशानेबाज थे, लेकिन सियासी निशाने में हमेशा चूक जाते थे.
साल 2018 में रिलीज हुई पद्मावत मूवी को लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों में जमकर बवाल देखने को मिला. जिसमें खास भूमिका निभाने वाले लोके्द्र सिंह कालवी ही थे. जानकारी के मुताबिक आरक्षण के लिये श्री राजपूत करणी सेना ने 2006 से लगातर हर सरकार के सामने सामान्य वर्ग और राजपूत समाज के आरक्षण के लिए बहुत बड़े आंदोलन किए. पूरे देश में शायद ही ऐसा उदाहरण हो कि एक केन्द्रीय मंत्री के बेटे ने समाज के लिये 20 वर्ष से कोई चुनाव नहीं लड़ा हो.
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