Rajasthan News: शनिवार को राजस्थान से राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने धर्मांतरण का मुद्दा उठाया. उन्होंने देश में धर्मांतरित अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति को मिल रहे आरक्षण को बंद करने की मांग उठाई. उन्होंने कहा कि देश की जनजातियों के विकास के लिए संविधान के तहत आरक्षण दिया गया था.
उन्होंने कहा कि पिछले कई सालों से लोगों ने धर्म परिवर्तन कर ईसाई धर्म अपना लिया और अपनी मूल संस्कृति, परंपरा को भी त्याग दिया. फिर भी इन लोगों को आरक्षण का लाभ मिल रहा है. ऐसे में ये धर्मांतरित लोग गलत तरीके से आरक्षण का लाभ उठा रहें हैं. इस कारण मूल जनजाति के लोग इन सुविधाओं से वंचित हैं. इसलिए सिर्फ हिंदुओं को ही अनुसुचित जाति-जनजाति के आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए.
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सांसद ने कहा कि 2004 में सुप्रीम कोर्ट ने केरल सरकार बनाम चंद्रमोहन मामले में कहा था कि धर्मांतरण के बाद ऐसे लोगों को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति में नहीं माना जाएगा. संसद में ऐसा कोई संसोधित विधेयक नहीं लाया गया है जिसमें भारतीय ईसाईओं को एससी-एसटी में रखा गया हो. लेकिन ये लोग दोहरा लाभ ले रहे हैं. सांसद मीणा ने केंद्र सरकार से कहा कि बिल लाकर इन लोगों को आरक्षण से बाहर किया जाए और मूल जनजाति के लोगों को अधिकार दिए जाएं.
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