वैभव गहलोत ने आदिवासी की जमीन पर अवैध कब्जा करके होटल बनाया: किरोड़ीलाल मीणा

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वैभव गहलोत ने आदिवासी की जमीन पर अवैध कब्जा करके होटल बनाया: किरोड़ीलाल मीणा
वैभव गहलोत ने आदिवासी की जमीन पर अवैध कब्जा करके होटल बनाया: किरोड़ीलाल मीणा
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Kirorilal Meena’s Allegations On Vaibhav Gehlot: बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत पर उदयपुर में एक आदिवासी की जमीन पर अवैध कब्जा करके होटल बनाने का आरोप लगाया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वैभव गहलोत ने शेल कंपनी के जरिए जयपुर के एक होटल में निवेश किया है. किरोड़ी ने बताया कि वह शुक्रवार को ईडी में केस दर्ज करवाएंगे.

बीजेपी नेता ने कहा- उदयपुर में एक आदिवासी की जमीन पर वैभव गहलोत और एक अन्य व्यक्ति ने अवैध कब्जा कर रखा था. यूआईटी उदयपुर ने 8 हेक्टेयर में से 2 हेक्टेयर जमीन पर होटल निर्माण की अनुमति दे दी और बाकी जमीन को कृषि कार्यों के लिए आवंटित कर दिया. हालांकि, पूरे 8 हेक्टेयर में होटल का निर्माण करवा दिया गया.

‘हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद कार्रवाई नहीं हुई’
किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि हाईकोर्ट ने 2014 में होटल को गिराने का भी आदेश दिया था लेकिन किसी ने कार्रवाई नहीं की. 2018 में 40 और होटल बनाने की अवैध अनुमति दी गई.

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यह पहला होटल है जिसके लिए सिंचाई भूमि लीज पर दी गई: किरोड़ी
उदयपुर अरावली होटल में वैभव गहलोत भी पार्टनर है जहां कांग्रेस का चिंतन शिविर हुआ था. होटल मालिक को फायदा पहुंचाने के लिए वहां नदी को ढक दिया गया था. यूआईटी उदयपुर ने गैरू कानूनी रूप से वन क्षेत्र की भूमि को भी आवंटित कर दिया. यह पहला होटल है जिसके लिए सिंचाई भूमि भी लीज पर दी गई.

राज्यसभा सांसद ने बताया कि माउंट आबू में निमदा पैलेस होटल के निर्माण का भी काम चल रहा है. इको सेंसेटिव एरिया में पूर्व सांसद और अशोक गहलोत के सहयोगी बद्रीराम जाखड़ को निर्माण की अनुमति दी गई थी.

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‘वैभव ने मॉरीशस की शेल कंपनी के जरिए होटल में किया निवेश’
बीजेपी नेता ने बताया कि फेयरमोंट होटल में वैभव गहलोत और हिमांशी गहलोत के स्वामित्व वाली सनलाइट कार ट्रैवल कंपनी अज्ञात संपत्तियों और लेनदेन में शामिल है. वैभव गहलोत ने मॉरीशस की शेल कंपनी के जरिए जयपुर के एक होटल में निवेश किया. वहीं फर्जी कंपनी शिवनार होल्डिंग्स के जरिए गहलोत का काला धन निवेश किया गया है. वैभव गहलोत इस कंपनी के जरिए बोगस पेमेंट्स प्राप्त कर रहा है. अगर इस मामले में जांच होती तो गहलोत सबसे अमीर नेताओं की लिस्ट में शामिल होते.

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