RTU Kota News: राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी (आरटीयू) में परीक्षा में पास करने के बदले छात्राओं से अस्मत मांगने के मामले में नया खुलासा हुआ है. जानकारी के मुताबिक एग्जाम पेपर तैयार करने का काम आरोपी प्रोफेसर के चहेते स्टूडेंट ही कर रहे थे और एग्जाम कॉपी भी चेक करते. प्रोफेसर गिरीश परमार के मोबाइल में छात्राओं के फोटो भी मिले. आरोपी प्रोफेसर और बिचौलिया छात्र को कोर्ट 3 दिन रिमांड पर भेजा है. इस मामले में चौंकाने वाला खुलासा भी हुआ है.
यह मामला सामने आया कि प्रोफेसर छात्राओं को व्हाट्सएप्प डीपी में अच्छे फोटो लगाने को कहता था. जिसके बाद वह डीपी से छात्राओं के स्क्रीनशॉट लेकर अपने पास रख लेता था. प्रोफेसर परमार योजनाबद्ध तरीके से संबंध बनाने के लिए लड़कियों को फंसाता था. उसके बाद बिचौलिया छात्र के जरिए छात्राओं को झांसे में लेने के लिए ब्लैकमेल करता और महंगे गिफ्ट देने का लालच भी देता था.
एसपी केसर सिं शेखावत ने बताया कि परमार के सब्जेक्ट के एग्जाम पेपर सेट करने के साथ ही उसके चहेते छात्र कॉपियों की जांच भी करते और अंकों में भी हेरा फेरी की जाती थी. इस मामले से जुड़े सभी तथ्यों की जानकारी वर्तमान कुलपति को दी गई. इसी आधार पर उन्होंने गिरीश परमार को सस्पेंड किया गया और गिरफ्तार छात्र अर्पित का भी निष्कासन किया है.
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गौरतलब है कि कॉलेज की फाइनल ईयर की छात्रा ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि. छात्रा ने बताया कि एसोसिएट प्रोफेसर परमार परीक्षा में पास करने के नाम पर संबंध बनाने का दबाव डालता था. फाइनल ईयर के स्टूडेंट के मार्फत छात्राओं पर दबाव बनाता है. मामला सामने आने के बाद गिरीश परमार के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट सहित कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया. इस पूरे मामले में प्रोफेसर परमार और छात्र अर्पित की बातचीत का वायरल ऑडियो भी सामने आया. जिसमें वह छात्राओं को लेकर अभद्र बातचीत कर रहे हैं. ऑडियो सामने आने के बाद हंगामा हुआ और 3 सदस्यीय जांच कमेटी बनाई गई. वहीं, राष्ट्रीय महिला आयोग भी इस मामले में संज्ञान ले चुका है.