MiG-21 Fighter Jet Crashed: राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में आसमान में लड़खड़ाता मिग-21 एक मकान पर गिर गया. वहां धमाके के साथ तेज आवाज आई और मिग का मलबा दूर-दूर तक बिखर गया. फिर चीखें सुनाई देने लगी. हादसे में तीन महिलाओं की दर्दनाक मौत हो गई. हादसे से पहले पायलट ने खुद को इंजेक्ट कर लिया.
हादसे के बाद मौके पर पहुंची राजस्थान तक की टीम ने ग्रामीणों से बात की. जिस व्यक्ति के मकान पर यह विमान गिरा था उनका कहना है कि उनके दो बेटियां हैं और उनकी पत्नी इस हादसे में गुजर गई है. वे सरकार से मांग करते हैं कि परिवार में से किसी को सरकारी नौकरी दी जाए. उन्होंने सरकार द्वारा उचित मुआवजा देने की भी मांग की है. हालांकि प्रशासन द्वारा चिरंजीवी योजना के तहत मृतक के आश्रितों को मुआवजे के रूप में 5-5 लाख रुपए दिए जाएंगे.
ब्लास्ट के बाद काफी दूर तक फैल गए थे विमान के टुकड़े
इस हादसे के बाद विमान के टुकड़े काफी दूर तक फैल गए जिन्हें सेना के जवानों द्वारा इकट्ठा किया गया. वही ग्रामीणों का कहना है कि जब वे काम कर रहे थे तो अचानक से एक ब्लास्ट हुआ ब्लास्ट के साथ ही विमान एक मकान की छत पर गिर गया. आसपास के कई मकानों में भी दरारें आई हैं. कुछ की छतें भी गिर गई.
स्थानीय विधायक भी ग्रामीणों से मिलने पहुंचे
ग्रामीणों की कुशलक्षेम पूछने के लिए मौके पर हनुमानगढ़ के विधायक चौधरी विनोद कुमार भी पहुंचे. उनसे ग्रामीणों ने मांग की कि मुआवजा बहुत कम है उन्हें उचित मुआवजा मिलना चाहिए. वहीं इस मामले में उपखंड अधिकारी का कहना है कि हादसे के बाद पूरा प्रशासन रेस्क्यू में लगा हुआ है. जिस परिवार में महिलाओं की मृत्यु हुई है उन्हें चिरंजीवी योजनाओं के तहत 5 लाख रुपये दिए जाएंगे. अगर उन्हें किसी प्रकार की केंद्र या सेना से मदद मिलती है तो वह उनके लिए प्रयास करेंगे.
गौरतलब है कि मिग-21 ने सूरतगढ़ से अपनी रूटीन उड़ान भरी थी और तकनीकी खराबी के चलते वह हनुमानगढ़ जिले के गांव बहलोल नगर में क्रैश हो गया. इस हादसे में मिग-21 को चला रहे पायलट लेफ्टिनेंट राहुल अरोड़ा सुरक्षित बच गए. हालांकि विमान हादसे का क्या कारण रहे हैं यह जांच का विषय है. लेकिन जिस तरह से मिग-21 दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं उससे लगता है कि इन विमानों को विदाई देने का समय आ गया है.