मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत के वॉइस सैंपल की याचिका अपर कोर्ट में खारिज, मंत्री बोले- कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी

Dinesh Bohra

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केंद्रीय मंत्री शेखावत संजीवनी मामले में बहस के लिए गहलोत को दी चुनौती
केंद्रीय मंत्री शेखावत संजीवनी मामले में बहस के लिए गहलोत को दी चुनौती
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Rajasthan: केंद्रीय मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत से वॉइस सैंपल लेने के मामले में शुक्रवार को एक बार फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. अपर सत्र न्यायाधीश ने भी अपना इसे खारिज कर दिया है. इस पर गजेंद्रसिंह शेखावत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा है कि गहलोत सरकार न्यायालय को यंत्र बनाना चाहती है. करीब 1 साल भर पहले लोअर कोर्ट ने वॉइस सैंपल लेने के प्रार्थना पत्र को खारिज कर दिया था. अब एक बार फिर साल भर बाद कांग्रेस ने दूसरे कोर्ट में वॉइस सैंपल के लिए अभियोजन लगाया है. वहां भी कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी है.

गहलोत सरकार की बाड़ाबंदी के दौरान एक ऑडियो वायरल हुआ था जिसमें सरकार की खरीद-फरोख्त पर चर्चा सामने आई थी. ऑडियो के बारे में यह कहा गया था कि ऑडियो में गजेंद्रसिंह शेखावत की आवाज है. उसी मामले में कांग्रेस की ओर से कोर्ट में गजेंद्रसिंह शेखावत के वॉयस सैंपल के लिए प्रार्थना पत्र पेश किया गया था. करीब एक वर्ष पहले वॉइस सैंपल का प्रार्थना पत्र निचले कोर्ट ने खारिज कर दिया था. अब फिर से अपर सत्र न्यायालय ने भी इसे खारिज कर दिया है. इसी पर गजेंद्र सिंह शेखावत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जमकर निशाना साधा.

दरसअल, केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत अपने एकदिवसीय दौरे के लिए बाड़मेर आ रहे थे. इसी दौरान बालोतरा के पास बीजेपी के पदाधिकारियों ने बालोतरा, सिवाना में पानी की समस्या को लेकर अवगत करवाया तो गजेंद्रसिंह शेखावत एक्शन मूड में दिखे. केंद्रीय मंत्री शेखावत ने तुरंत बाड़मेर के जिला कलेक्टर को फोन घुमाया और पेयजल किल्लत के मामले में तत्काल कार्रवाई कर रिपोर्ट से अवगत करवाने के लिए कह दिया. उसके बाद क्या था, बाड़मेर प्रशासन में हड़कंप मच गया. कलेक्टर ने तत्काल बालोतरा और रिफाइनरी के अधिकारियों को रिफाइनरी में अवैध रूप से जा रहे पानी के कनेक्शन पर तत्काल कार्रवाई शुरू की और मौके से अवैध कनेक्शनों को हटाना शुरू किया.

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गौरतलब है कि पिछले कई महीनों से बालोतरा और सिवाना के लोग पानी की एक-एक बूंद को तरस रहे थे. बीजेपी ने इसको लेकर आंदोलन भी किया था. लेकिन बीजेपी नेताओं की अधिकारी सुन नहीं रहे थे. ऐसे में गजेंद्रसिंह शेखावत ने कलेक्टर को फटकार लगाई और आखिरकार कलेक्टर ने तत्काल बालोतरा, सिवाना के लोगों को राहत देने की कार्रवाई शुरू कर दी है.

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