Rajasthan News: ओबीसी आरक्षण विसंगति मामले में फैसले के बाद बाड़मेर पहुंचने पर पूर्व राजस्व मंत्री और पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी का युवाओं ने जबरदस्त स्वागत किया. इस कार्यक्रम में बोलते हुए हरीश चौधरी ने कहा कि ओबीसी आरक्षण विसंगतियों को दूर करने में कई लोगों का सहयोग रहा, उसी की बदौलत यह फैसला ओबीसी वर्ग के हित में आया है. चौधरी ने कहा कि कैबिनेट मंत्री हेमाराम चौधरी तो इस्तीफा देने को भी तैयार हो गए थे.
हरीश चौधरी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हेमाराम चौधरी ने मुझे कहा कि हरीश अगर तुम्हारा फैसला हो सकता हो तो मैं इस्तीफा दे दूं. मैंने कहा नहीं, ऐसी गलती आप मत करना. आपके इस्तीफा देने से हमे मदद नहीं मिलेगी. आपके इस्तीफे से जहां हमें आपकी जरूरत होगी वहां हमारी आवाज कम हो जाएगी. आज मैं ये बात पूरी दुनिया को बताना चाहता हूं. मैंने उनके इस्तीफे को रोकने का काम किया और हेमाराम चौधरी से कहा कि आपकी आवश्यकता हमें कैबिनेट वाले दिन पड़ेगी. क्योंकि हमें वहां मजबूत पैरवी की जरूरत थी.
हरीश चौधरी ने कहा कि इसके बाद मैंने ट्वीट कर मुख्यमंत्री को पूछा कि मुख्यमंत्री जी, मुझे समझ में नहीं आ रहा, आखिर आप चाहते क्या हो? हरीश चौधरी ने आगे कहा, उसके बाद कई बार विवाद भी हुए. एक दिन खुद मुख्यमंत्री जी ने जो मुझसे सवाल किया कहा कि बात आती है कि जाति के आधार के ऊपर जाट और राजपूत. मुझे सबसे ज्यादा दुख उस दिन हुआ.
हरीश चौधरी ने कहा कि पहली बार ओबीसी वर्ग संगठित होकर आंदोलन कर रहा है और उसके अंदर इस तरह का नजरिया रखेंगे. तो शायद ओबीसी वर्ग के साथ इससे बड़ा और कोई भी अन्याय हो नहीं सकता. उन्होंने कहा कि हमने जाति के आधार पर कहीं कोई विवाद नहीं किया. क्योंकि किसी एक जाति को इसमें फायदा होने वाला नहीं था.