Exclusive Interview of Sachin Pilot: भारत जोड़ो यात्रा इस वक्त राजस्थान से गुजर रही हैं. यात्रा दौसा में है, जहां से खुद सचिन पायलट चुनाव लड़ चुके हैं. यहीं से उनके पिता और मां भी सांसद रहीं. राजस्थान में चल रही कांग्रेस की आंतरिक कलह पर पायलट ने कहा कि पार्टी में कोई विवाद नहीं है. हम साल 2023 का चुनाव एकजुट होकर लड़ेंगे. इंडिया टुडे ग्रुप के कंसल्टिंग एडिटर राजदीप सरदेसाई से खास बातचीत में उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा, पार्टी की नीति समेत कई मुद्दों पर चर्चा की. पढ़िए इस विशेष साक्षात्कार के संपादित अंश…
सवालः भारत जोड़ो यात्रा से क्या कांग्रेस जोड़ो हो पाएगा?
जवाब: राजस्थान में कांग्रेस एकजुट है. हम अगला चुनाव मिलकर लडे़ंगे.
सवालः जब आप ये बोलते हैं तो किसी को यकीन नहीं होता, क्योंकि बार-बार गुटबाजी सामने आ जाती है?
जवाबः मैं आपसे कहना चाहता हूं कि पार्टी में कोई विवाद नहीं है. हमें अगले 12 महीने बाद चुनाव में जाना लड़ना है. उसके बाद लोकसभा चुनाव भी है. हम एकजुट होकर बीजेपी के खिलाफ दोनों चुनाव लड़ेंगे.
सवालः सीएम गहलोत और आप एक-दूसरे पर सीधा वार करते हैं?
जवाबः मैंने पार्टी को सुझाव दिए हैं. हमारी कोशिश सरकार और संगठन में बेहतरी की रहती है. हम उस पर काम कर रहे हैं.
सवालः पार्टी में गुटबाजी दिखी. गहलोत और आप दोनों ही अपने विधायकों के साथ होटल में थे?
जवाबः आप सही हैं. मेरे पार्टी को लेकर कुछ महत्वपूर्ण मुद्दे थे. जिसके बाद पार्टी नेतृत्व ने 3 सदस्यीय समिति बनाई. अब हमारा फोकस अगले चुनाव को लेकर है. जिसे हमें मिलकर जीतना है.
सवालः आप पर आरोप लगे कि बीजेपी नेता से आपकी मुलाकात हुई. सीएम ने आपको गद्दार बोला?
जवाबः गहलोतजी को जो कहना था, वो कह चुके हैं. मैं उस बात पर नहीं जाना चाहता. मुझ पर जो आरोप लगे वो बिल्कुल निराधार हैं. हम मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ चुनाव में जीते. चुनाव के बाद मेरे कई साथी बीजेपी ज्वॉइन भी कर चुके हैं. इसका मतलब ये नहीं कि मैं ऐसा करना चाह रहा था.
सवालः मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा क्योंकि गहलोत कुर्सी नहीं छोड़ने हैं, ऐसा लग रहा है?
जवाबः यह सबकुछ कांग्रेस नेतृत्व को तय करना हैं. भविष्य में क्या होने वाला है यह मैं अभी नहीं कह सकता.
सवालः पार्टी को लेकर आपके क्या सुझाव क्या हैं?
जवाबः मैं अपने सुझाव पार्टी को बता चुका हूं. मैं यह सार्वजनिक तौर पर नहीं कहना चाहता. फिलहाल हम यात्रा को सफल बनाने के लिए प्रयास कर रहे हैं.
सवालः कांग्रेस नेतृत्व ने आपसे कोई वादा किया है?
जवाबः कांग्रेस लीडरशिप जानती है क्या करना है? हिमाचल चुनाव की जीत ने पार्टी को बूस्टर दिया है. अब अगला चुनाव राजस्थान में है. हमारे लिए यह अहम है.
सवालः आप सीएम बनने के लिए कितना इंतजार करने वाले हैं?
जवाबः अगले 12 महीने में प्रदेश में चुनाव है. हमारे पास सीमित समय है. बीजेपी के पास मजबूत मशीनरी है. सवाल मेरे इंतजार को लेकर नहीं है. अब हमें सरकार की उपलब्धियों को लोगों के बीच ले जाना है, ताकि उसका फायदा पार्टी को मिल सके.
सवालः गहलोत के पास विधायकों का समर्थन है. आप यात्रा में राहुल गांधी के साथ चलते दिखे. हिमाचल में प्रियंका गांधी के साथ प्रचार में दिखे तो आपको क्या गांधी परिवार का सपोर्ट है?
जवाबः 25 सितंबर को जो बैठक होनी थी. वह नहीं हुई. जिसके बाद सीएम ने सार्वजनिक तौर पर इसे लेकर माफी मांगी. साल 2018 के चुनाव से पहले राजस्थान में कांग्रेस की वापसी के लिए काम करता रहा हूं. मैंने प्रदेश अध्यक्ष रहते इसके लिए प्रयास किया. कांग्रेस को सत्ता में वापस लाने के लिए हर कार्यकर्ता ने काम किया.
सवालः खड़गे अब अध्यक्ष हैं, 25 सितंबर को ऑब्जर्वर बनकर आए थे. अब इस मामले में आगे क्या होगा?
जवाबः मुझे पूरी उम्मीद है कि पार्टी इस संबंध में फैसला लेगी. पार्टी नेतृत्व जो भी फैसला लेगा वह मान्य होगा.
सवालः अगर आप सीएम नहीं बने तो पार्टी छोड़ देंगे?
जवाबः पार्टी ने मुझे बहुत कुछ दिया है. मैं लंबे समय से पार्टी से जुड़ा हुआ हूं. आगे भी पार्टी के लिए काम करता रहूंगा.
सवालः भारत जोड़ो यात्रा से देश की राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
जवाबः राहुल गांधी पिछले कुछ महीनों से देश में यात्रा कर रहे हैं. बेरोजगारी, देश में बढ़ रही नफरत, जैसे तमाम मुद्दें हैं. देश में आर्थिक परेशानियां हैं. जिसके चलते कई कंपनिया बंद हो गई हैं. राहुल गांधी यात्रा के जरिए इन मुद्दों पर बात कर रहे हैं. जब यात्रा पूरे प्रदेश से गुजर रही है तो मसला वोट का नहीं, बल्कि पार्टी को मजबूती देने का है.
सवालः राजस्थान में हर 5 साल में सरकार बदलती है. आप इस ट्रेंड को कैसे तोड़ेंगे?
जवाबः कई राज्यों में हम लगातार सरकार बना चुके हैं. हरियाणा, दिल्ली कई राज्यों में हमने सरकारें रिपीट भी की हैं. हम राजस्थान में भी फिर से सरकार बनाएंगे.
सवालः आज कहा जा रहा है कि कांग्रेस 50 सीटें भी मुश्किल से जीतेगी?
जवाबः मुझे नहीं पता कि आप किसके हवाले से यह बात कर रहे हैं. मेरा मानना है कि कुछ सुझावों पर काम करना होगा और हम एकजुट होकर लड़े तो चुनाव जीतेंगे.
सवालः आप राजस्थान के सीएम बनना चाहते हैं?
जवाबः बात सिर्फ सीएम पद को लेकर नहीं है. मैं बहुत कुछ चाहता हूं. मेरी प्राथमिकता राज्य के चुनाव में पार्टी को जीत दिलाने की है.
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