सरदारशहर उपचुनाव के गुरुवार 8 दिसंबर को नतीजे घोषित होंगे. 10 से ज्यादा प्रत्याशी अपना भाग्य अजमा रहे हैं. लेकिन मुख्य रूप से कांग्रेस के अनिल शर्मा, BJP से अशोक पिंचा, RLP से लालचंद मुंड के बीच मुकाबला देखा जा रहा है. आरएलपी की एंट्री के बाद मुकाबला त्रिकाणीय हो गया है. आरएलपी ने जाट नेता लालचंद मूंड को मैदान में उतारा था. इस बार विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार में हनुमान बेनीवाल सबसे आगे रहे. उन्होंने एक के बाद एक अनेकों सभाएं संबोधित की और आरएलपी को वोट देने की अपील की थी. इसका असर कितना होता है यह कल देखने को मिलेगा.
आज ‘राजस्थान तक’ से खास बातचीत करते हुए बेनीवाल ने कहा जाट वोटर पूरी तरह से कांग्रेस के खिलाफ है. इस उपचुनाव में जाटों ने आरएलपी को वोट डाला है. बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोगों की मैंने मदद की, जिससे उन्हें जाट वोटर का साथ मिला और वो चुनाव जीतकर आ गए. आरएलपी के साथ जाट वोटर के साथ-साथ दलित. मुस्लिम और अन्य वोटर भी साथ रहेंगे. आरएलपी राजस्थान की पहली पार्टी है, जो तीसरा मोर्चा बनने के लिए खड़ी है. बाकि सभी छोटे दल टूट गए हैं. अब तीसरे मोर्च के रूप में लोगों की एक ही उम्मीद आरएलपी है.
आरएलपी गहलोत सरकार के खिलाफ सड़क से लेकर सदन तक लड़ती है. वह किसान, जवान के लिए हमेशा जब जरुरत पड़ती है तो उनके साथ खड़ी रहती है. किसान, गरीब और जवान अब आरएलपी की ओर देख रहा है. सरदारशहर उपचुनाव नतीजे पर कहा कि वो नतीजे तय करेंगे कि राजस्थान की राजनीति क्या होगी. सरदारशहर उपचुनाव की जीत तय करेगी कि 2023 में क्या होगा. बेनीवाल ने कहा कि सरदारशहर वो सीट है जो बीकानेर, हनुमानगढ़, गंगानगर, सीकर, झुंझुनू, चूरू जिलों की 45-46 सीटों को प्रभावित करती है.
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बेनीवाल ने कहा मारवाड़ जिसमें नागौर, जैसलमेर, जोधपुर, बाढ़मेर, पाली आते हैं जहां हमारी पार्टी पहले से मजबूत है. हमारे 3 विधायक है 10 सीटों पर आरएलपी दूसरे स्थान पर रही. हमारी अच्छी स्थिति है. सरदारशहर के अंदर अगर कल आरएलपी चुनाव जीतती है तो 2023 के अंदर राजस्थान में सबसे बड़ा दल आरएलपी होगा.
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लेड़ी डॉन अनुराधा के आरएलपी ज्वॉइन करने के सवाल पर बेनीवाल ने कहा मैं नहीं कौन है, लेकिन राजस्थान में कोई भी डॉन हो, उन्हें राजस्थान की राजनीति में कोई भी जगह नहीं मिलेगी, चाहे वह कोई सा भी दल हो. वसुंधरा राजे पर हमला बोलते हुए कहा कि राजस्थान की राजनीति में अपने आप को डॉन समझने वाले को हमने घर बैठा दिया.